रांची: कोरोना से बचाव को लेकर भले हम सेनेटाइजर का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं पर इसके ज्यादा इस्तेमाल से शरीर को नुकसान हो रहा है. रिम्स के नेत्र रोग विशेषज्ञों ने इस मामले पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं. चिकित्सकों का कहना है कि सेनेटाइजर आखों को नुकसान पहुंचा रहा है.
रिम्स के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ राहुल प्रसाद कहते हैं कि सेनेटाईजर में कुछ केमिकल तो मिलाए ही जाते हैं, इसमें 60-70 प्रतिशत मात्रा अल्कोहल की होती है. इसका आखों पर असर पड़ने लगा है. सेनेटाइर के ज्यादा इस्तेमाल से आंखों में जलन, चुभन, लाली और खुजली की समस्या बढ़ने लगी है.
उन्होंने कहा कि रिम्स में पिछले एक माह में कई ऐसे मरीज पहुंचे हैं, जिन्हें एलर्जी कंजक्टिवाईटिस के कारण आंखों में लाली, जलन, खुजली व पानी आने की समस्या हुई है. इसका एक मात्र कारण सेनेटाइजर का उपयोग है. उन्होंने कहा कि सेनेटाइजर में मिले अल्कोहल की अत्यधिक मात्रा कंजेंटाईवा और कॉर्निया के लिए केमिकल इरीटेंट का काम करती हैं, जो आंखों को नुकसान पहुंचा रही है.
लीवर, किडनी व फेफड़े के लिए भी हानिकारक: डॉ संजय
रिम्स के फिजिशियन डॉ संजय सिंह कहते हैं कि सेनेटाइजर में खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी मात्रा कुछ सेनेटाइजर में अधिक होती है. अत्यधिक खुशबू वाले सेनेटाइजर लीवर, किडनी, फेफड़े तथा प्रजनन तंत्र के लिए हानिकारक होते हैं.
त्वचा में भी हो सकता है नुकसान
रिम्स टास्क फोर्स के हेड त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ प्रभात कुमार कहते हैं कि हैंड सेनेटाइजर से हाथ साफ करने के तुरंत बाद यदि आप चेहरे को छूते हैं तो इससे चेहरे पर खुजली भी हो सकती है. कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है. एलर्जी की वजह से सेनेटाईजर के रिएक्शन से उनके चेहरे पर दाने, त्वचा में सूजन आदि भी उभर सकते हैं.
डॉ प्रभात कहते हैं कि सेनेटाइजर में एक विषैला तत्व बेंजाल्कोनियम क्लोराइड भी होता है, जो कीटाणुओं को कम करता है, लेकिन यह रसायन हमारी त्वचा के लिए नुकसानदेह होता है. इससे त्वचा में खुजली, जलन की परेशानी हो सकती है. साथ ही सेनेटाईजर में मिला ट्राइक्लोसान नामक रसायन को त्वचा सोख लेती है. इसके कारण हाथ की मांसपेशियों में नुकसान हो सकता है.