दुमका: झारखंड में दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से अपहृत नाबालिग की हत्या करने के मामले का उद्भेदन करने के साथ चार आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुआडंगाल गांव से बीते 27-28 जून की शाम में प्रेम प्रसंग में 17 वर्षीय सुनीराम मरांडी नामक एक नाबालिग का अपहरण कर लिया गया था.
इस घटना को लेकर नाबालिग सुनीराम की बहन मंजू मरांडी के आवेदन पर गांव के तीन लोगों के विरुद्ध मुफस्सिल थाना में भादवि की धारा 364,120बी और 34 के तहत कांड संख्या 93/2020 दर्ज की गयी. इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नूर मुस्तफा अंसारी और पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर त्वरित अनुसंधान और छापामारी शुरू की गयी.
इसी क्रम में नामजद प्राथमिकी आरोपी दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुआडंगाल निवासी मकलु हेंब्रम, जयकेश किस्कू, विजयपुर रोड में रहनेवाले सरैयाहाट के तमड़ा गांव निवासी युगल किशोर कापरी और अप्राथमिकी आरोपी हिजला गांव निवासी अर्जुन बास्की को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो सबों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और इन आरोपियों की स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर पुलिस ने मसानजोर थाना क्षेत्र के बड़तुल्ला जंगल से नाबालिग सुनीराम मरांडी की लाश बरामद कर हत्या काण्ड का उद्भेदन करने में सफल हुई.
इसके साथ ही पुलिस ने इन आरोपियों के निशानदेही पर नाबालिग के अपहरण के बाद रस्सी से गला दबाकर हत्या करने में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और प्लास्टिक की रस्सी का टुकड़ा भी बरामद करने के साथ चारों आरोपी को नाबालिग की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
पूछताछ के क्रम में मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग सुनीराम का आरोपी मकलु हेम्ब्रम की नाबालिग पुत्री के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. इससे मकलु का परिवार नाराज था. बीते 27 जून की रात सभी आरोपियों ने नाबालिग सुनीराम को जबरन मोटरसाइकिल पर बैठा कर अपहरण कर लिया और घर ले जाकर हाथ पैर बांध कर रखा.
बाद में सबों ने मोटरसाइकिल व स्कूटी पर बैठा कर मसानजोर जंगल ले गया और हाथ पैर बांध कर प्लास्टिक के रस्सी से गला दबा कर हत्या कर दी और लाश को जंगल में फेंक दिया. जहां से पुलिस ने लाश के साथ हत्या में प्रयुक्त सभी सामान बरामद कर लिया.