नई दिल्ली: शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत पू्र्वी लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध जारी है जिसे लेकर लेह का दौरा करेंगे. उन्हें 14 कोर अधिकारियों द्वारा पूर्वी लद्दाख सेक्टर में वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है.
राजनाथ का लद्दाख दौरा हुआ था स्थगित
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का लद्दाख दौरा गुरुवार को स्थगित हो गया था. वे शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ लद्दाख जाने वाले थे. लद्दाख में रक्षा मंत्री को चीनी सेना के साथ सीमा पर गतिरोध के मद्देनजर भारत की सैन्य तैयारियों का जायजा लेना था. अब उनके कार्यक्रम को दोबारा तैयार किया जा रहा है.
अगर रक्षा मंत्री शुक्रवार को लद्दाख जाते तो भारत-चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध के दौरान उनका पहला लद्दाख दौरा होता. उनके साथ थलसेनाध्यक्ष नरवणे भी जाने वाले थे. बता दें कि नरवणे कुछ दिन पहले ही लद्दाख दौरे से लौटे हैं. माना जा रहा था कि राजनाथ सिंह के दौरे का मकसद सैनिकों का मनोबल बढ़ाना था.
इससे पहले सेना प्रमुख ने 23 और 24 जून को लद्दाख का दौरा किया था. जनरल नरवणे ने जवानों को सम्मानित करते हुए उनका हौसला बढ़ाया था. इसके बाद उन्होंने दिल्ली आकर रक्षा मंत्री को हालात की जानकारी दी थी. बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच मंगलवार को चुशुल सेक्टर में कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी.