रवि सिंह,
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी नें कानपूर में बेलगाम अपराधी द्वारा 8 पुलिसकर्मियों की हत्या सहित प्रयागराज और गाज़ियाबाद में हुए ताबड़तोड़ हत्या बताती है कि प्रदेश में जंगलराज बना हुआ हैं. कानून का राज अब उत्तर प्रदेश में सियासी मुहावरा बन कर रह गया हैं.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जारी बयान में कहा कि योगीराज में पूरे प्रदेश में आराजकता हैं. प्रदेश में कानून का राज नाम की कोई चीज़ रह नहीं गयी हैं. अपराधी सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहे हैं और मनबढ़ हो चले है. अपराधी इतनी बडी घटना को अंजाम देने के बाद फरार भी हो जाते हैं, उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था ने दम तोड़ दिया है. कानपुर की यह घटना उप्र में ‘जंगलराज’ की भयावह तस्वीर है.
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अपने संकल्प पत्र में क़ानून का राज स्थापित करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री योगी से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है. मुख्यमंत्री योगी के राज में 60 60 मुक़दमे वाले अपराधी खुलेआम बाहर घूम रहे है. और मुख्यमंत्री आपदकाल में गरीब श्रमिको की मदद और सेवा कार्य में लगे कांग्रेस के सिपाहियों पर फर्जी मुक़दमे लगा कर जेल भेजने का काम करती रही.
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार की खोखली नीति के कारण ही आज हमारे पुलिस के जवानों को शहादत देनी पड़ी. उप्र का गृह विभाग मुख्यमंत्री के हाथों में है. उन्होंने आगे कहा कि पूर्व में इंस्पेक्टर सुबोध की भी हत्या हुयी थी और हत्या आरोपी को भाजपा के लोग कंधे पर घूमाने का काम करते थे. जिस अपराधी ने आज घटना को अंजाम दिया है उसने एक राज्यमंत्री की भी हत्या की थी. यदि वो इतना बड़ा हिस्ट्रीशीटर था तो अब तक जेल से बाहर क्यूं था?
सत्ता के संरक्षण में इतनी बडी घटना हुईं है. कानपुर की घटना ‘जंगलराज’ की भयावह तस्वीर है. मुख्यमंत्री योगी जी लगातार सड़कों पर, सदन में कहते नहीं थकते थे कि,’अपराधी या तो जेल में हैं या उप्र छोड़ कर भाग चुका है’. पर आप सब के सामने प्रदेश की गिरती कानून व्यवस्था का हाल यह हत्याएं बताती हैं.
कानपुर की भयावह घटना सहित प्रयागराज में एक परिवार के चार लोगों की हत्या , गाजियाबाद में पिता-पुत्री की हत्या बताता है अब प्रदेश में जनता के साथ साथ पुलिस भी असुरक्षित है. उप्र में अपराधियों का इस तरह हावी हो जाना असामान्य है. इस जंगलराज को देखते हुए जवाबदेही तो तय करनी ही होगी. उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने से इतर आपको यूपी की ध्वस्त होती कानून-व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. आपने यह किया नहीं जिसका नतीजा पुलिस के जवानों की शहादत हुईं. जनता जवाब चाहती है? कौन इस हत्याकांड के लिए जिम्मेवार है?
इससे पहले कांग्रेस कार्यालय पर शहीद हुए पुलिस कर्मियों की याद श्रधांजलि सभा भी आयोजित की गयी जिसमे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शहीद पुलिस कर्मियों की याद में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.