रांची: कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज पूरा देश परेशान है. इसका असर अब देखने को मिल रहा है. झारखंड में डिप्रेशन की वजह से 16 जिलों में लगभग 400 लोगों ने आत्महत्या की है. एक अप्रैल से जून माह तक 55 लोगों ने आत्महत्या की है.
इनमें 43 लोगों ने बेरोजगारी और लॉकडाउन में लगातार घर में रहने की वजह से जानें दीं. आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह भी वजह रही है. लेकिन, इसकी संख्या कम है. यही नहीं, जान देने वालों में कम उम्र के भी बच्चे शामिल हैं.
अगर आंकड़ों पर गौर करें तो रांची, जमशेदपुर और धनबाद में आत्महत्या की घटनाएं ज्यादा हुई है. झारखंड में एक दिन में 12 लोगों ने आत्महत्या की हैं. इनमें आठ पुरूष और चार महिलाएं हैं. आत्महत्या करने वालों में 20 साल से लेकर 40 साल तक के लोग शामिल हैं. इतना ही नहीं, 25 मार्च से लेकर 28 जून तक हजारीबाग में 47 मौत हुई. वहीं, बोकारो में बालीडीह गांव में 15-20 दिनों में 7 से 8 मामले सुसाइड के आ चुके हैं.
एक ही दिन जान देने वालों में:
नाम-उम्र-पेशा
- संदीप चंद्र-21-ऑटोचालक
- मंगल सिंह गोप-25-बेरोजगार
- सुमित्रा तिरू-22-गृहिणी
- गोपाल वर्मा-20-बेरोजगार
- अनिल हांसदा-20-छात्र
- सुमन कुमारी-19-छात्रा
- सविता-33-गृहिणी
- हीरालाल शर्मा-35-ट्रक ड्राइवर
- मुकेश कुमार-30-कोचिंग संचालक
- मनोज केसरी-40-कैटरर
- अमृता कुमारी-27-नर्स
- सुरज भुईयां-25-बेरोजगार
जान देने वालों का जिलावार आंकड़ा
जिला का नाम-अप्रैल-मई-जून
- रांची-12-17-26
- पूर्वी सिंहभूम-19-18-14
- धनबाद-11-21-22
- सरायकेला-04-07-05
- पलामू-11-13-09
- गढ़वा-08-08-05
- लातेहार-05-08-04
- गुमला-05-06-02
- लोहरदगा-07-05-04
- सिमडेगा-05’06-01
- खूंटी-03-05-02
- रामगढ़-12-14-09
- हजारीबाग-10-15-09
- कोडरमा-14-17-08
- चतरा-10-11-07