नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के हल्के संकेत दिखाई दे रहे है. उनका कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना का बड़ा असर देखने को मिला है. जिसकी वजह से आर्थिक ग्रोथ में तेज गिरावट आई है. हालांकि, अब सुधार के हल्के संकेत मिल रहे है.
आपको बता दें कि कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए भारतीय सरकार की ओर से दिए गए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को नाकाफी बताया था. उन्होंने कहा था कि प्रवासी मजदूरों को पैकेज के तहत मुफ्त खाद्यान्न दिया गया है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. उन्हें दूध, सब्जी, खाद्य तेल खरीदने और किराया चुकाने के लिए पैसे की जरूरत है.
रघुराम राजन ने बताया कि सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिकी की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. वहां पर भी डर का माहौल बनता जा रहा है. हालांकि, विकसित अर्थव्यवस्था के मुकाबले विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में कोरोना डेट रेट बेहद कम है. ऐसे में भारत को पूरे देश के लिए मेडिकल पॉलिसी लाने की जरुरत है.