रांची: इस वर्ष मैट्रिक में कुल 3 लाख 87 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इसमें 2 लाख 88 हजार 144 विद्यार्थी पास हुए. इनमें से 1 लाख 48 हजार 51 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से पास हुए. वहीं, 1 लाख 24 हजार 36 विद्यार्थियों को द्वितीय श्रेणी मिला. इसके अलावा 16 हजार 841 विद्यार्थी तीसरे श्रेणी से पास हुए. वर्ष 2019 में मैट्रिक परीक्षा में 4,40,892 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. पिछले वर्ष 70.81 प्रतिशत रिजल्ट हुए थे और इस वर्ष 75.01 रिजल्ट हुए यानी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष के रिजल्ट में मात्र पांच प्रतिशत का इजाफा हुआ है. पूरे राज्य में मैट्रिेक परीक्षा को लेकर 951 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. इस बार लड़कों ने बाजी मारी है. उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 75.88 रहा. वहीं, उत्तीर्ण छात्राओं का प्रतिशत 74.25 रहा.
पिछड़ी जाति के विद्यार्थियों का रिजल्ट अच्छा:
अगर कोटिवार आंकड़ों पर गौर करें तो इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में पिछड़ी जाति के छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा. पिछड़ी जाति के 59540 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. इनमें से 47563 विद्यार्थी उत्तीेर्ण हुए. इनके परीक्षाफल का प्रतिशत 79.88 फीसदी रहा. वहीं, सामान्य जाति के 2 लाख 23 हजार 870 विद्यार्थी मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हुए, इनमें 1 लाख 74 हजार 587 विद्यार्थी उत्ती र्ण हुए. इनका प्रतिशत 74.01 रहा.
कोटिवार विद्यार्थियों का आंकड़ा इस प्रकार रहा:
कोटिवार जाति का नाम-परीक्षार्थियों की संख्या- उत्ती्र्ण- परीक्षाफल प्रतिशत
सामान्या जाति-235870-174587-74.01
अनुसूचित जाति-18253-12981-71.11
अनुसूचित जनजाति-47899-35626-74.37
पिछड़ी जाति-59540-47563-79.88
अत्यंत पिछड़ी जाति-23582-18171-77.05
परीक्षाफल प्रतिशत का वर्षवार तुलनात्मक विवरण:
वर्ष-परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों की संख्या- उत्ती्र्ण परीक्षार्थियों की संख्या- प्रतिशत
2013-469667-343583-73.15
2014-478079-360005-75.30
2015-455829-324580-71.20
2016-470280-317655-67.54
2017-463311-314287-67.83
2018-428394-255175-59.56
2019-438259-310349-70.81