लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधियों पर टूट पड़ने के सीधे संदेश के बाद पुलिस ने कानपुर कांड के आरोपितों पर तेजी से शिकंजा कसा है. कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार पांच लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे की अब तक 26 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है. पुलिस की 100 टीमें विकास के गिरोह पर चौतरफा कार्रवाई कर रही हैं. उसके चार करीबी साथी अभी तक मुठभेड़ में ढेर कर दिए गए हैं, जबकि कई साथियों को गिरफ्तार किया गया है.
विकास दुबे अब वह अकेला पड़ता जा रहा है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि यूपी एसटीएफ विकास दुबे के काफी करीब पहुंच चुकी है. बताया जा रहा है कि किसी भी समय विकास दुबे की गिरफ्तारी हो सकती है. बताया जा रहा है कि वह नोएडा के पास कहीं मौजूद हो सकता है. बुधवार को उसकी लोकेशन फरीदाबाद में मिली थी. वह एक होटल में कमरा लेने की कोशिश करते हुए भी दिख रहा था.
साथी गिरफ्तार, पत्नी की तलाश जारी
उसे फरीदाबाद में शरण देने वाले और मदद करने वाले तीन साथियों को पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था. विकास के साथियों से कई अहम जानकारियां मिली हैं. हालांकि, विकास दुबे के भाग निकलने से पुलिस को झटका जरूर लगा है, लेकिन उस पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है.
पुलिस को विकास की पत्नी ऋचा के चंदौली में छिपे होने की भी जानकारी मिली है. इस सूचना के बाद पुलिस ने विकास की पत्नी का पता लगाने की कोशिशें तेज कर दी हैं. उधर, विकास के लिए मुखबिरी करने के आरोप में निलंबित चौबेपुर थाने के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी को गिरफ्तार कर भी पुलिस ने बड़ा संदेश दिया है.
13 हजार से ज्यादा अपराधी गिरफ्तार
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने 67 मामलों में 88 आरोपितों के विरुद्ध एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की है. तीन साल में अपराधियों के विरुद्ध लगातार चल रहे अभियान के तहत अब तक पुलिस ने 114 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया है. पुलिस मुठभेड़ में 13 हजार से अधिक अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 22 से ज्यादा गोली लगने से घायल हुए.