नई दिल्ली: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं किया जा रहा है. वर्तमान में चल रही रेलवे की सेवाएं वैसे ही जारी रहेंगी. कुछ रूट्स पर प्राइवेट ट्रेनें चलाने से रेलवे की सर्विस में सुधार होगा और रोजगार के अवसर सामने आएंगे.
केंद्र सरकार ने 109 रूट्स पर प्राइवेट प्लेयर्स की मदद से 151 Private Trains चलाए जाने की योजना तैयार की है. इस फैसले की वजह से रेलवे के निजीकरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्वीट के जरिए स्थिति साफ करते हुए इन अटकलों पर विराम लगा दिया.
पीयूष गोयल ने लिखा, रेलवे की वर्तमान में चल रही सेवाओं में बिना कोई परिवर्तन किए, निजी भागीदारी द्वारा आधुनिक सुविधाओं से युक्त 151 नई ट्रेनें चलेंगी. इन ट्रेनों से रेलवे का निजीकरण नहीं होगा, बल्कि इस भागीदारी से आधुनिक सुविधा, सुरक्षा सहित सीटों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिसका लाभ यात्रियों को मिलेगा.
रेल मंत्री ने कहा कि प्राइवेट ट्रेनें उन रूट्स पर चलाई जाएंगी, जहां डिमांड ज्यादा है. इससे वर्तमान ट्रेनों और उनके टिकटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मॉडर्न ट्रेन चलाने का उद्देश्य मॉडर्न टेक्नोलॉजी द्वारा अधोसंरचना में सुधार लाना है.