नई दिल्ली: कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए सरकार हर तरह से प्रयास कर रही है. इसी क्रम में रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत सार्वजानिक उद्यम राष्ट्रीय रसायन और उर्वरक लिमिटेड (आरसीएफ) ने हैंड क्लींजिंग आईपीए जेल ‘आरसीएफ सेफरोला’ बनाया है. आरसीएफ के अनुसार यह हैंड क्लींजिंग जेल एक त्वचा अनुकूल मॉइस्चराइजर आधारित हैंड-सैनिटाइजर है, जिसमें आइसो प्रोपाइल अल्कोहल (आईपीए) और एलो वेरा अर्क का मिश्रण है. इसे विटामिन-ई से समृद्ध किया गया है और इसमें ताजे नींबू की खुशबू है.
आरसीएफ ने हाथ की सफाई करने वाले इस जेल को आसानी से उपयोग करने योग्य 50 मिलीलीटर और 100 मिलीलीटर की बोतलों में पेश किया है. इसकी कीमत क्रमशः 25 रुपये और 50 रुपये प्रति बोतल है. यह इस उत्पाद के लिए कंपनी द्वारा निर्धारित अधिकतम खुदरा मूल्य है. आरसीएफ ने अपने देशव्यापी वितरण नेटवर्क के माध्यम से इस उत्पाद को बाजार में लाने की योजना बनाई है.
कोविड-19 के वर्तमान प्रकोप और हैंड सैनिटाइजर की बाजार में मांग को देखते हुए आरसीएफ ने महामारी की रोकथाम के लिए एक छोटे-से योगदान के रूप में सुरक्षित और उचित मूल्य के उत्पाद का विकल्प प्रदान किया है.
आरसीएफ के सीएमडी एस सी मुदगेरीकर ने कहा कि कंपनी एक नए उत्पाद आरसीएफ हैंड क्लींजिंग आईपीए जेल – ‘आरसीएफ सेफरोला’ की शुरुआत की घोषणा करके प्रसन्नता का अनुभव कर रही है. यह उत्पाद मौजूदा महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने की दिशा में आरसीएफ का छोटा–सा योगदान है.
आरसीएफ एक “मिनी रत्न” कम्पनी है, जो देश में उर्वरकों और रसायनों की प्रमुख उत्पादक है. कम्पनी यूरिया, कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर, जैव-उर्वरक, सूक्ष्म पोषक-तत्व, पानी में घुलनशील उर्वरक, मृदा अनुकूल करने वाले तत्व और कई प्रकार के औद्योगिक रसायन का उत्पादन करती है.
“उज्ज्वला” (यूरिया) और “सुफला” (कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर्स) ब्रांडों के साथ कंपनी ग्रामीण भारत में एक घरेलू नाम है, जिसकी उच्च ब्रांड इक्विटी है. उर्वरक उत्पादों के अलावा, आरसीएफ बड़ी संख्या में औद्योगिक रसायनों का उत्पादन भी करता है, जो रंग, घोलक (सॉल्वैंट्स), चमड़ा, दवा और अन्य औद्योगिक उत्पादों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं.