नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं और हर दिन एक नया रिकॉर्ड बन रहा है. आज देश में लगातार दूसरे दिन भी 28 हजार से अधिक केस सामने आए हैं. यह अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 28701 नये केस सामने आए हैं और 500 लोगों की मौत भी हुई है. ऐसे में कुल संक्रमितों की संख्या 8 लाख 78 हजार 254 पहुंच गया है.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल संक्रमितों की संख्या में से 3 लाख एक हजार 609 एक्टिव केस मौजूद हैं, जबकि 5 लाख 53 हजार 471 लोग अब तक इस महामारी से ठीक भी हो चुके हैं. बता दें कि कोरोना वायरस से अब तक देश में कुल 23 हजार 174 लोगों की जान जा चुकी है.
इससे पहले रविवार को पिछले 24 घंटे में 28 हजार 637 कोरोना के केस सामने आये थे और इसी दौरान 551 लोगों की मौत भी हो गई थी. हालांकि आज सारे रिकॉर्ड टूट गए और भारत में अभी तक का सबसे अधिक केस सामने आया है.
कब तक आएगी कोरोना की वैक्सीन
कोरोना वायरस को आये हुए सात महीने से से ज्यादा हो गए हैं और इस महामारी का अब तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है. हालांकि दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक दिन-रात इसका टीका या दवा बनाने में जुटे हैं. कई देशों के प्रयास अगले चरण तक भी पहुंचे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, वर्तमान में कोरोना के कम से कम 21 टीकों पर काम चल रहा है.
हाल ही में रूस के शोधकर्ताओं द्वारा कोरोना की दवा का पहला मानव परीक्षण सफल करने का दावा किया गया है. इस बीच एक फ्रांसीसी विशेषज्ञ ने दावा किया है कि साल 2021 तक कोरोना वायरस के 100 फीसदी इलाज की दवा आने के चांस हैं. तब तक उन्होंने लोगों से सामाजिक दूरी के उपायों को और अधिक गंभीरता से लेने का आग्रह किया है.
मलेमेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, महामारी विज्ञानी अरनौद फोंटानेट ने कहा, ‘एक वैक्सीन को बनने में कई साल लग जाते हैं. निश्चित रूप से एक टीका बनाने बड़े लेवल पर प्रयास जारी हैं लेकिन मुझे लगता है कि साल 2021 तक हमें कोरोना का प्रभावी टीका मिल जाएगा.
वैज्ञानिकों ने मास्क पहनने पर दिया जोर
इसके अलावा वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने पर जोर दिया है. फोंटानेट ने कहा कि नए वायरस से निपटने के लिए क्रूज़ शिप, युद्धपोतों, स्पोर्ट्स हॉल, डिस्को, बूचड़खानों, आवास और पूजा के स्थानों पर लोगों को मास्क पहनना चाहिए.
सोशल डिस्टेंसिंग है जरूरी
मास्क पहनने के अलावा वैज्ञानिकों ने सामाजिक दूरी को बनाए रखने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा है कि फिलहाल कोरोना से बचने के लिए लोगों को एक-दूसरे से अलग रहना चाहिए.