रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर दूसरी सोमवारी को भी शिवालयों में सन्नाटा पसरा रहा, हालांकि श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ का ऑनलाइन दर्शन किया.
पवित्र सावन माह की आज दूसरी सोमवारी को दुमका के विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकिनाथ की विशेष प्रातःकालीन पूजा संपन्न हुई. मंदिर के पुजारी सदाशिव पंडा और उनके सहयोगियों ने बाबा बासुकिनाथ की विधि-विधान से पूजा की. इस सरकारी पूजा के थोड़ी देर बाद तक मंदिर का पट खुला रहा, किंतु राज्य सरकार के फैसले और झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए किसी को मंदिर प्रांगण में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गयी.
बाबा बासुकिनाथ मंदिर के इतिहास में यह पहला साल है, जब सावन के महीने में पूरा मंदिर क्षेत्र सूना है. पिछले साल आज के दिन यहां करीब एक लाख शिवभक्त यहां पहुंचे थे और बाबा बासुकिनाथ का जलाभिषेक किया था, मगर इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर आम और खास सभी के लिए बंद है.
सावन की सोमवारी को भगवान शिव की पूजा का बड़ा माहात्म्य है. पौराणिक काल से सावन मास के सोमवार के दिन बाबा भोलेनाथ की विशेष पूजा की परंपरा है. आज के दिन शिव की पूजा से भक्त की सभी सात्विक मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
बहरहार, भक्त इस बार सावन में बाबा बासुकिनाथ की पूजा का ऑनलाइन दर्शन का सुख और सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं.