नई दिल्ली: बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के ताइवान में आने को लेकर सरकार ने कहा है कि अगर दलाई लामा एक एक बार फिर ताइवान आना चाहते हैं तो उनका ताइवान में स्वागत किया जाएगा.
वहीं ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहां है कि दलाई लामा के किसी भी यात्रा अनुरोध पर प्रसांगिक नियमों के तहत फैसला किया जाएगा.
मंत्रालय की प्रवक्ता जोआने ओयू ने रविवार को रेडियो फ्री एशिया से कहा है कि बौद्ध शिक्षाओं के प्रचार के लिए हमारा देश एक बार फिर तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का स्वागत करने के लिए तैयार है.
बता दें कि दलाई लामा 2009 में ताइवान की यात्रा पर आए थे और हाल ही में 6 जुलाई को अपने जन्मदिन के मौके पर दलाई लामा ने ताइवान के अपने समर्थकों से वीडियो लिंक के जरिए बात की थी. इस दौरान उन्होंने ताइवान में दोबारा यात्रा करने की इच्छा जताई थी.
बताया जा रहा है कि इसके बाद से ही अटकलें आने लगी है, भारत में निर्वासित जीवन बिता रहे तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ताइवान की यात्रा कर सकते हैं.
वहीं माना जा रहा है कि चीन दलाई लामा की तइवान यात्रा पर कड़ा विरोध कर सकता है. क्योंकि चीन दलाई लामा को एक अलगाववादी नेता मानता है और लोकतांत्रिक देश ताइवान को अपने भूभाग के तौर पर भी देखता है.