जमशेदपुर : अखिल भारत हिंदू महासभा का एक दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिला.
इस दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व झारखंड प्रदेश अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार और इंजीनियर सरस्वती कुमारी सम्मिलित थी. प्रतिनिधि मंडल ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा. इस मांग पत्र में कहा गया है कि घाटशिला ( पूर्वी सिंहभूम ) स्थित संत नंद लाल स्मृति विद्या मंदिर नामक स्कूल की शिक्षिका के द्वारा यूकेजी और एलकेजी के बच्चों को शैला परवीन नामक शिक्षिका ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के राष्ट्रगान को याद करने का होमवर्क दिया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
इस घटना को लेकर हिंदू महासभा ने अपना भारी क्षोभ प्रकट किया है और इस विद्यालय के प्राचार्य अशफाक एस के मल्लिक एवं शिक्षिका सैफल परवीन या सैला परवीन ( ऐसा कुछ नाम है ) इन दोनों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है .
यह भी मांग की गई है कि इन लोगों से जुड़े तार की पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और इस मामले में सम्मिलित अन्य अनेक लोगों पर भी देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए । इस मांग पत्र में यह भी मांग की गई है कि इस प्रकार के स्कूलों का रजिस्ट्रेशन तत्काल रद्द किया जाए.
पोद्दार ने कहा है कि बच्चों को भारत का राष्ट्रगान तो याद है ही नहीं।वह याद करवाने की जगह पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान किस लिए याद करवाया जा रहा है. इनका बहाना है कि वे लोग जनरल नॉलेज पढ़ा रहे हैं जबकि जनरल नॉलेज पढ़ाना है तो पहले अपने देश के राष्ट्रगान को याद करवाइए. उसके बाद राष्ट्रगीत भी याद करवाइए और फिर जनरल नॉलेज के हिसाब से याद करवाना है तो अपने जो मित्र देश हैं उनके राष्ट्रगान को याद करवाइए. पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान याद करवाने का मतलब क्या है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह लोग पाकिस्तान के एजेंट के रूप में यहां पर काम कर रहे हैं. इन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की आवश्यकता है.