मुंबई: मुंबई के नानावती अस्पताल में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद से भर्ती हैं. ऐसे में उनके सभी फैंस, दोस्त और रिश्तेदार बच्चन परिवार के कोरोना संक्रमित सदस्यों के बेहतर स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं. हालांकि इस बीच वाट्सएप पर अमिताभ और नानावती अस्पताल को लेकर फर्जी मराठी मैसेज भी वायरल हुआ.
दरअसल अमिताभ के नानावती अस्पताल में भर्ती होने के कुछ वक्त बाद ही उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. वीडियो में अमिताभ नानावती अस्पताल और उसके स्टाफ सहित डॉक्टर्स की तारीफ करते नजर आ रहे थे. इस वीडियो को शेयर करते हुए कई लोगों ने लिखा कि अमिताभ हॉस्पिटल का प्रचार कर रहे हैं क्योंकि वो रेडिएंट ग्रुप के स्वामित्व वाले नानावती अस्पताल के बोर्ड मेंबर हैं.
वायरल मैसेज में कहा गया कि नानावती अस्पताल भारी भरकम बिल बनाता है, 10 में से 7 को कोरोना पॉजिटिव बताता है और मरीजों को जरूरत से ज्यादा लंबे समय तक भर्ती रखता है. नानावती की छवि को चमकाने के लिए अमिताभ का सहारा लिया जा रहा है.
इस वायरल मैसेज की सच्चाई उस वक्त सामने आई जब नानावती अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि सोशल मीडिया के ये सभी दावे फर्जी हैं, क्योंकि अमिताभ अस्पताल से जुड़े किसी भी बोर्ड के सदस्य नहीं है. सूत्र ने जानकारी देते हुए ये भी बताया कि कोई भी व्यक्ति जो 65 साल या फिर उससे ज्यादा की उम्र का है, वो हल्के लक्षण दिखाई देने के बाद डॉक्टर्स के परामर्श से खुद को एडमिट कराने का फैसला ले सकता है. ऐसे में अस्पताल के प्रचार के सभी दावे फेक हैं.
वहीं याद दिला दें कि अमिताभ बच्चन के वायरल वीडियो पर भी अस्पताल की ओर से 12 जुलाई 2020 को बयान जारी कर कहा गया था कि अमिताभ बच्चन ने भर्ती होने के बाद कोई वीडियो ट्वीट नहीं किया है.