दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि चार महीने के साउथ-वेस्ट मानसून के पहले 45 दिन जिन 17 राज्यों में नॉर्मल बारिश हुई वे कृषि के लिए अनुकूल रहे हैं.
10 राज्यों में ज्यादा और 2 राज्यों में काफी ज्यादा बारिश हुई. दिल्ली, जहां पर मंगलवार तक बारिश की 46 प्रतिशत कम थी, वहां बुधवार की सुबह कई इलाकों में बारिश हुई. साथ ही एनसीआर के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई.
ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईएमडीके क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि हम 17, 18 और 19 जुलाई को मध्यम श्रेणी की बारिश की उम्मीद कर रहे हैं, जो कमी को पूरा करने में मदद करेगी. उत्तर प्रदेश में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन है और मानसून के ट्रफ में भी बारिश होने की संभावना है.
केवल जम्मू और कश्मीर और लद्दाख लार्ज डिफिशिएंट की कैटेगरी में हैं. दिल्ली के अलावा, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, केरल और दादर और नागर हवेली में भी बारिश की कमी दर्ज की गई है. मौसम विभाग के साइंटिस्ट्स के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की कमी जल्द ही कवर हो जाएगी.