मुंगेर: जिले के हेरू दियारा डकरा नाला के पास बालू का अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है. अवैध उत्खनन कर दिन के उजाले में ट्रैक्टर पर लादकर की जा रही बालू की ढुलाई. नदी के बालू का अवैध उत्खनन को रोकने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल दिख रही है.
इस तरह हो रहा अवैध खनन वर्तमान में घातक साबित हो सकता है. खनन से हुए गड्ढे में बाढ़ के पानी भर जाने से अक्सर मौतें भी हो जाती है. बाढ़ के पानी भरे गड्ढे का उपयोग यहां के आसपास के ग्रामीणों ने गाय धोने, नहाने और अन्य उपयोग के लिए करते हैं.
अक्सर हादसे इसलिए हो जाते हैं क्योंकि ना तो किसी को गड्ढे की गहराई का पता रहता है और ना ही पानी का अनुमान रहता है. हादसे हो जाने पर मदद और महरम लगाने के लिए बहुत से जिम्मेदार पहुंचते हैं लेकिन किसी को भी अवैध खनन के खिलाफ बोलने की जरूरत नहीं पड़ती है.
खनन के द्वारा हुए गड्ढे में नदी में डूब कर किसी बालक की मौत हो जाती है तो जिम्मेदार यह मानने तक को तैयार नहीं होते कि यहां खनन जैसा कुछ भी होता है.