बिहार: बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पिछड़ा वर्ग के मिडिया प्रभारी नीरज कसेरा ने कहा कि कहीं इस बार भाई- बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन इस वर्ष तीन अगस्त को मनाया जायेगा. मगर, इस बार इस त्योहार पर कोरोना का साया है.
ऐसे में भाई की कलाई पर बांधी जाने वाली राखी का बाजार ठंडा पड़ा है. इसका मुख्य कारण है कि लॉकडाउन के कारण बाजार बंद होना है. रक्षाबंधन आने में 16 दिन शेष हैं, लेकिन बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
ऐसे में हर साल बाजार व गलिओं में कई दुकानों पर राखी दिखाई देने लगती थी. मगर, इस बार बाजार बंद होने से भाइयों की कलाई पर बहनें राखी कैसे बंधेगी.
कहीं इस लॉकडाउन में भाइयों की कलाई सूनी न रह जाये. इस वर्ष रक्षाबंधन को लेकर बहनों को चिंता सताने लगी है. क्योंकि बहनें एक महीने पहले से अपने भाइयों को राखी बांधने की तैयारी करती है.
कई बहनों के भाई घर से दूर है, तो उन्हें पार्सल से राखी भेजती है.लेकिन, इस कोरोना काल में बहनों की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. रेशम की डोरी वाली राखी का स्टॉक कम होने के साथ इस बार चांदी की राखी का स्टॉक भी अटक गया है.
सर्राफा बाजार भी 31 जुलाई तक बंद होने के कारण व्यापारियों का माल अटक गया है. ऐसे में कसेरा ने बताया कि इस बार कम ही व्यापारियों ने चांदी की राखी तैयार करायी है, लेकिन बाजार बंद हो जाने के कारण उनका माल भी अटक गया है.