नई दिल्ली: कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि भारत की ऐप इकोनॉमी बढ़ रही है. इसका उद्देश्य सिर्फ चीन को ही पीछे छोड़ना नहीं है बल्कि दुनिया में मोबाइल फोन विनिर्माण के मामले में नंबर एक बनना है.
स्वर्गीय ठाकुर प्रसाद सेंचुरी मेमोरियल के एक वेबिनार कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि डाटा गोपनीयता मौलिक अधिकार है और इसके संतुलित करने के लिए अधिनियम की जरूरत है.
प्रसाद ने कहा कि सरकार ने हाल ही में चीन के 59 ऐप्स पर बैन (59 apps ban) लगाया है. पीएम ने देश में ऐप्स बनाने के लिए कहा और 200 नए ऐप्स सामने आए हैं.
2014 में भारत के पास सिर्फ 2 यूनिट्स थीं वहीं अब 260 हैं. भारत मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के मामले में 5वें नंबर से दूसरा सबसे बड़ा हब बन गया है. मेरी इच्छा इसे नंबर एक बनाने की है.
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री डाटा संप्रभुता पर कहा कि आज की दुनिया में डाटा एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सम्पत्ति है. इसलिए सवाल उठता है कि डाटा का मालिक कौन है. मैं इस बात की वकालत कर रहा हूं कि भारतीयों का डाटा भारत का है.
किसी भी परिस्थिति में हम डाटा के साम्राज्यवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यदि कुछ लोग भारत को कमज़ोर कनरा चाहते हैं तो वो फ्रीडम ऑफ स्पीच या फिर फ्रीडम ऑफ प्राइवेसी को शील्ड की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते.