रांची : झारखंड प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह के नेतृत्व में टेक्निकल यूनिवर्सिटी के बाहर यूजीसी की गाइडलाइंस जलाकर यूजीसी एवं केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्त्ताओं ने कोरोना संकटकाल में यूजीसी व केंद्र सरकार द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों, बैकलॉग के छात्रों की परीक्षाएं कराने के तुग़लकी फ़रमान को वापस लेने, कॉलेज एवं स्कूलों की 6 माह की फीस माफ़ी की मांग को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा यूजीसी की गाइडलाइन्स जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. एनएसयूआई की मांग है कि झारखंड के सारे विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षा को रद्द कर छात्रों को प्रमोट करना चाहिए.
मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में छात्रों पर आर्थिक संकट आया है. ऐसे में किसी तरह का शुल्क लेना ठीक नही होगा. प्रदेश सचिव अमरजीत सिंह ने कहा कि इस फैसले से लाखों छात्रों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा,सभी छात्रों के स्वास्थ्य पर भी बड़ा खतरा है. प्रदेश महासचिव चिंटू चौरसिया ने कहा कि जब स्कूल कॉलेजो में पढ़ाई ही नही हुई है तो शुल्क किस आधार पे मांगा जा रहा. ये सरासर गलत है. केंद्र सरकार को फैसला बदलना होगा.
प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने कहा कि छात्रों के स्वास्थ्य को धयान में रखते हुए जल्द से जल्द इस फैसले को वापस ले अन्यथा जब तक सरकार, छात्र हिट में फैसला नही लेती, आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर इंदरजीत सिंह, आरुषि वंदना, ओम मिश्रा, चिंटू चौरसिया, अमरजीत सिंह, केशव कुमार, आकाश रजवार, प्रणव सिंह,अमन यादव, आकाश कुमार, स्मिता, हिमांशु,, अक्षय, क़ासिद, राजू,उदित, बीरेंदर, चंदन, अजय, करण, विक्की, राहुल मौजूद थे.