प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में कानपुर कांड के बाद बाहुबली और माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. प्रयागराज के बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. अतीक अहमद इन दिनों गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है. अब उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पुलिस का शिकंजा लगातार कस रहा है.
अतीक अहमद के इन्टर स्टेट गैंग आईएस-227 के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई शुरु कर दी है. इसी कड़ी पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय से अतीक के 2 लाइसेंसी असलहे (एक रायफल और एक पिस्टल) बरामद किए हैं. पता चला है कि इनके लाइसेंस 2017 में पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने निरस्त कर दिया था. लेकिन अब तक इन असलहों को पुलिस थाने में जमा नहीं कराया गया था. मामले में अतीक अहमद के खिलाफ 17 मार्च 2020 को खुल्दाबाद थाने में दो मुकदमे भी दर्ज कराये गए थे. पुलिस ने दबिश देकर दोनों असलहे बरामद कर लिए हैं और आगे की कार्रवाई कर रही है.
इसी माह तीन जुलाई को क्राइम ब्रांच ने 3 साल से फरार चल रहे बाहुबली अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ को गिरफ्तार किया था. अशरफ पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया था. बाद में पुलिस ने अशरफ को 24 घंटे की रिमांड पर लेकर उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी धूमनगंज थाना क्षेत्र से बरामद की थी. जिसके बाद अशरफ को नैनी जेल से बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया था.
एसएसपी अभिषेक दीक्षित के मुताबिक शासन की मंशा के अनुरुप अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है. उनके मुताबिक बाहुबली अतीक अहमद की बेनामी सम्पत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है और गैंगस्टर एक्ट के तहस उसे सीज करने की भी कार्रवाई की जायेगी. इसके साथ ही अतीक के गैंग के अन्य सदस्यों के लाइसेंसी असलहों के निरस्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है.
अब तक अतीक अहमद गैंग के 7 सदस्यों के असलहों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं, जबकि हाल में ही गिरफ्तार अबू तालिब समेत 3 लोगों ने अपने लाइसेंसी असलहे जमा करा दिए हैं.