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डाॅ. तनु कोठारी ने देश के सारे लोगों को दी चुनौती
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कोरोना पाॅजिटिव और निगेटिव करने के खेल में की बेबाक बात
रांची: एक चुनौती देना चाहता हूं कि कोरोना को महामारी साबित करें और एक लाख रूपये का इनाम हमसे ले लें. भारत में कोई भी चाहे वो वैज्ञानिक, विधायक मंत्री, सांसद, मीडियाकर्मी, इंजीनियर या आम लोग कोई भी कोरोना को महामारी साबित कर दें और मुझसे इनाम की राशि ले लें. एमबीबीएस व एमडी डाॅ तनु कोठारी ने यह खुली चुनौती देश के हर नागरिक और हर क्षेत्र से जुड़े लोगों को दी है.
डाॅ. कोठारी ने पूछा है कि महामारी की परिभाषा क्या होती है, और कोरोना उस परिभाषा में फीट बैठता है या नहीं. हमें पता लगाना है कि कोरोना महामारी है या नहीं.
इसके लिए 10 लोगों के कोरोना टेस्ट दो दिन में 10 बार करना है. तो हम देखेंगे कि सुबह पाॅजिटिव आया तो दिन में निगेटिव और शाम को फिर पाॅजिटिव आ गया, ये चलता रहेगा.
कोरोना के नाम पर जबरदस्त खेल खेला जा रहा है. अब एक नया टेस्ट आया है जो आधे घंटे में रिपोर्ट दे देगा, उसके लिए आइसीएमआर कह रहा है कि पाॅजिटिव आया तो हम मान लेंगे और अगर निगेटिव आया तो हम नहीं मानेंगे. इसके लिए आइजीपीसीआर टेस्ट करायेंगे. इसका मतलब साफ है कि आपको किसी भी तरह से पाॅजिटिव लाना ही लाना है.
डाॅ कोठारी ने कहा कि अभी कई तरह की दवाईयां आ चुकी हैं. उनका क्लिनिकल ट्रायल भी हुआ. लेकिन, यह ट्रायल कहां हुआ है, क्या रिजल्ट थे, क्लिनिकल ट्रायल में जिन लोगों पर हुआ उनको फंडिंग मिल रही थी और अगर मिल रही थी तो कौन सी कंपनी ने फंड दिया. इन सबकी डेटा बाहर निकालिए ना…. यह डेटा बाहर निकलेगा तो सारा खेल बाहर हो जायेगा.
कोरोना से मौत .014 प्रतिशत हैः
डाॅ. कोठारी ने कहा कि इटली व अमेरिका ने जो मृत्यु दर 5 से 10 प्रतिशत बतायी जाती है. लेकिन, मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम है. अभी एक वैज्ञानिक ने बताया कि डेथ रेट 0.014 के बीच है तो फिर इतना हंगामा क्यों है. आपलोग समझिये इन चीजों को.
आप नेट पर जाइये, आइटी2020 सर्च कीजिए, जाॅर्जिया गाइस्टाॅन को सर्च करिये, बील गेट्स, डाॅ फाॅस्ट को सर्च करिये. क्यों अमेरिका में बिल गेट्स को गिरफ्तार करने की मांग हो रही है.
आप, देश के तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं से पूछिये, क्यों देश को बरबाद करने पर तुले हुए हैं. सच सामने लाने का प्रयास करें. मैं देश को बर्बाद नहीं होने दुंगा.
पिछले चार माह में टीबी से चार लाख लोग मारे गयेः
डाॅ कोठारी ने कहा कि टीबी से हजार लोग मरते हैं. पिछले चार माह एक लाख चार हजार लोग मारे गये, तो टीबी ज्यादा खतरनाक है या कोरोना. इससे बाहर निकलिये, जिस आइजीपीसीआर जांच की बात चल रही है वो दो से 40 प्रतिशत तक गलत रिपोर्ट देता है.
गलत नतीजों में आप कैसे लोगों का इलाज कर रहे हैं. कोई भी ऐसा टेस्ट है तो सौ फीसदी सही रिजल्ट देता है. मैं कहता हूं नहीं है, दुनियां में किसी भी देश के पास नहीं है.
मास्क नहीं बचायेगा कोरोना सेः
डाॅ. कोठारी कहते हैं कि मास्क कैसे आपको कोरोना से बचा सकता है. कोरोना वायरस की साइज 100 नैनो मीटर है और मास्क में जो छेद होते हैं उसकी साइज 300 से 800 नैनो मीटर होती है. उससे भी ज्यादा होती है.
यूं कहें तो मास्क की छेद की साइज कोरोना की साइज से तीन गुणा बड़ी है. कोरोना वायरस एक सामान्य है इसका मृत्यु दर बहुत ही कम है.