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महामहिम राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा, अंग्रेज शासन की याद दिलाता है यह अध्यादेश
रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश एवम भाजपा विधायकदल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर राज्यपाल महोदया से मास्क नहीं लगाने पर एक लाख रुपये जुर्माना या दो साल की सजा से संबंधित अध्यादेश को निरस्त करने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करने का अनुरोध किया. पत्र महामहिम राज्यपाल को ईमेल द्वारा प्रेषित किया गया है.
नेता द्वय ने कहा कि यह जनविरोधी, गरीब, मजदूर विरोधी अध्यादेश है. राज्य की जनता स्वयं कोरोना संक्रमण से परेशान है. इस बीच यह अध्यादेश जनता की परेशानियों को और अधिक बढ़ाने वाला है.
बेहतर होता कि सवा तीन करोड़ जनता को मास्क के लिये दबाव न बनाकर, स्वयं से बनाये हुए फेस कवर अथवा गमछा, तौलिया, रुमाल से चेहरे को ढ़ककर बाहर निकलने के लिये प्रेरित किया जाता.
उन्होंने कहा कि राज्य में लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर कामगर बाहर से लौटे है, जिनके सामने भरण पोषण के लिये रोजगार की विकराल समस्या है. सरकार रोजगार उपलब्ध नहीं करा रही है, जिसके कारण ये रोजी रोटी के लिये चिंतित हैं.
उन्होंने कहा कि मजदूरों की इन मजबूरियों का फायदा उठाने के लिये प्रदेश में नक्सली संगठन सक्रिय है. ऐसे संगठन इन्हें पैसे का प्रलोभन देकर संगठन से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिसप्रकार से कोरोना महामारी विकराल रूप धारण करता जा रहा है. ऐसे में सरकार को राज्य में समुचित इलाज की व्यवस्था पर जोर देना चाहिये न कि अंग्रेजी हुकूमत की तरह कठोर कानून बनाकर जनता को और अधिक परेशान करने पर.
आज गरीबों, मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना प्राथमिकता में होना चाहिये था जिस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है.