रांची: कोरोना काल में एक ओर लोग खौफ से किसी मृतक का शव लेने से कतरा रहे हैं. वहीं प्रदेश के राजधानी में एक ऐसा मामला आया कि पुलिस भी भौंचक रह गई.
लापुंग प्रखंड अंतर्गत डिंबा वनटोली स्थित मोहन पहाड़ में शुक्रवार की शाम एक डेड बॉडी मिला. इस डेड बॉडी को अपना बता कर दो अलग-अलग गांव के लोग दावेदारी करने लगे. जिससे एक बार तो पुलिस भी भौचक्का रह गई.
खबरों के अनुसार, लापुंग थाना में दोनों दावेदार पहुंचकर शव अपनी दावेदारी जताने लगे. जिसमें एक खूंटी जिला के जरियागड थाना क्षेत्र के रेगडे गांव निवासी बीरेन्द्र साहू का शव बताकर उसकी मां और दो पत्नियां वहां पहुंची. जबकि दूसरा पक्ष मृतक को शव गाड़ा निवासी पिंटू महतो बताते हुए उसकी पत्नी सरिता देवी शव पर दावेदारी करने लगी.
पहले तो पुलिस भी आश्चर्यचकित रह गई लेकिन बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को अपनी पहचान साबित कराने के लिए पुख्ता सबूत पेश करने को कहा.
इसी दरमियान पिंटू महतो का फोन उसके पत्नी के मोबाइल पर आया और उसने बताया कि वह जिंदा है और सुरक्षित है. इसके बाद तय हो गया कि शव वीरेंद्र साहू का है. उसके बाद पुलिस ने मृतक का शव वीरेंद्र साहू के परिजनों के हवाले कर दिया.
इधर, वीरेन्द्र साहु के परिजनों का कहना है कि वह 20 जुलाई को अपनी बोलेरो को बुक करने बात कह कर निकला था लेकिन वह लौटा नहीं और फिर गुमला जिले के रायडीह थाना क्षेत्र में उसका बोलेरो बरामद किया गया, जिसके दरवाजे खुले हुए थे और इंजन चालू था.