रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ मंगलमय हो.
====================
- कलियुगाब्द…….5122
- विक्रम संवत्……2077
- शक संवत्……..1942
- मास………श्रावण
- पक्ष…………शुक्ल
- तिथी………..षष्ठी
प्रातः 09.33 पर्यंत पश्चात सप्तमी
- रवि……दक्षिणायन
- सूर्योदय..प्रातः 05.55.39 पर
- सूर्यास्त..संध्या 07.11.18 पर
- सूर्य राशि…….कर्क
- चन्द्र राशि….कन्या
- गुरु राशि…….धनु
- नक्षत्र………..हस्त
दोप 12.33 पर्यंत पश्चात चित्रा
- योग…………सिद्ध
रात्रि 11.36 पर्यंत पश्चात साध्य
- करण……….तैतिल
प्रातः 09.33 पर्यंत पश्चात गरज
- ऋतु…………..वर्षा
- दिन………….रविवार
====================
★★ आंग्ल मतानुसार :-
26 जुलाई सन 2020 ईस्वी.
====================
★ शुभ अंक……..8
★ शुभ रंग……..लाल
====================
★★ अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 12.06 से 12.59 तक.
====================
★★ राहुकाल :-
संध्या 05.28 से 07.06 तक.
====================
★★ दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें.
====================
★★ चौघडिया :-
प्रात: 07.37 से 09.15 तक चंचल
प्रात: 09.15 से 10.53 तक लाभ
प्रात: 10.53 से 12.32 तक अमृत
दोप. 02.10 से 03.49 तक शुभ
सायं 07.06 से 08.27 तक शुभ
संध्या 08.27 से 09.49 तक अमृत
रात्रि 09.49 से 11.10 तक चंचल .
====================
★★ आज का मंत्रः
.. ॐ सहस्राक्षाय नम: ..
====================
★★ सुभाषितानि :-
शौचानां परमं शौचं गुणानां परमो गुणः .
प्रभावो महिमा धाम शीलमेकं जगत्त्रये ॥
◆ अर्थात :- तीनों लोकों में एक शील ही परम् पवित्र चीझ, गुणों में श्रेष्ठ गुण, महिमा का धाम और प्रभाव है.
====================
★★ आरोग्यं सलाह :-
◆◆ बेल (बिल्ला) के अनुप्रयोग :-
◆ 01. अजीर्ण :- में बेल की पत्तियों के दस ग्राम रस में, एक-एक ग्राम काली मिर्च और सेंधानमक मिलाकर पिलाने से आराम मिल सकता है.
◆ 02. अतिसार :- के पतले दस्तों में ठंडे पानी से लिया 5 -10 ग्राम बिल्व चूर्ण आराम पहुँचाता है. कच्चे बेल की कचरियों को धूप में अच्छी तरह सुखा लें या पंसारी से साफ़ छाँट ले आएँ. इन्हें बारीक पीस कपड़ाछान करके शीशी में भर लें. यही बिल्व चूर्ण है. छोटे बच्चों के दाँत निकलते समय दस्तों में भी यह चुटकी भर चटा दें.
◆ 03. आँखें दुखने पर :- पत्तों का रस, स्वच्छ पतले वस्त्र से छानकर एक-दो बूँद आँखों में टपकाएँ. दुखती आँखों की पीड़ा, चुभन, शूल ठीक होकर, नेत्र ज्योति बढ़ेगी.