ग्वालियर: कोविड-19 महामारी के प्रकोप को ध्यान में रखकर मुख्य न्यायाधिपति एवं मुख्य संरक्षक राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है.
इसी कड़ी में 25 जुलाई को उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन लोक अदालत का आयोजन किया गया.
इस लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण के लिये गठित न्यायाधिपति शील नागू एवं सीनियर एडवोकेट जे डी सूर्यवंशी की पीठ द्वारा आपसी सहमति के आधार पर 54 प्रकरणों का निराकरण किया गया.
मोटर दुर्घटना क्लेम अपील प्रकरणों में पीड़ित पक्षकारों को एक करोड़ पांच लाख एक हजार रूपए की राशि अतिरिक्त क्षतिधन के रूप में दिलाई गई.
एक प्रकरण जिसमें नरेन्द्र सिंह गुर्जर को गत 26 मई 2015 को बस से उतरकर अपने बांए हाथ पर सड़क किनारे पैदल जा रहे थे, तभी सूर्य मंदिर की तरफ से मारूति वैन क्रमांक एमपी-07 बीए-3751 का चालक तेजी व लापरवाही से चलाकर लाया और नरेन्द्र सिंह गुर्जर को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे नरेन्द्र सिंह गुर्जर को गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान मृत्यु हो गई.
मोटर दावा अधिकरण ग्वालियर द्वारा मृतक के वारिसान को दिलाए गए क्षतिधन में हाईकोर्ट की लोक अदालत ने तीन लाख पचास हजार रूपए की राशि की वृद्धि की.