शशिभूषण दूबे कंचनीय
प्रयागराज : दारागंज में हर वर्ष नाग-पंचमी का त्योहार मनाया जाता था लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से न तो त्योहार मनाया गया और हर वर्ष आज के ही दिन दंगल का आयोजन होता था. दंगल का आयोजन भी नहीं हुआ.
पहलवानों के द्वारा हुआ अखाड़े में संकल्प आराधना. दारागंज स्थित प्राचीन रघुनाथ दास व्यामशाला मे विगत 100 वर्षों से हो रहा दंगल का आयोजन इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण नहीं हुआ. किंतु पहलवानों के द्वारा अखाड़े में भगवान बजरंगबली के समक्ष करोना महामारी को चित्र करने के लिए हुई सामूहिक रूप से संकल्प आराधना हुआ. आरंभ में सर्वप्रथम बाबा रघुनाथ दास के शिष्य महाराज रामप्रताप के द्वारा बजरंगबली का भव्य पूजन अर्चन नारियल नींबू जायफल की बलि आदि से आयोजन की शुरुआत हुई. तत्पश्चात प्रयागराज सेवा समिति के संयोजक तीर्थराज पांडेय बच्चा भैया के द्वारा दंगल ना हो पाने का दुख व्यक्त किया गया. उन्होंने कहा कि अखाड़े के पहलवानों ने वैश्विक बीमारी कोरोना को चित करने का जो संकल्प लिया है. यह सराहनीय है क्योंकि इस बीमारी को पूरे समाज से और विश्व से जड़ से उखाड़ना है. कार्यक्रम के मध्य में अखाड़े के गुरु, प्रकाश पहलवान के द्वारा सभी आगत अतिथियों और पहलवानों का माला पहनाकर स्वागत किया और कहा कि सभी पहलवान अपनी शक्ति को एकत्रित कर इस महामारी के खिलाफ लड़ने का संकल्प मजबूत करें. प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष, पंडित धर्मराज पांडे ने सभी को नाग पंचमी त्यौहार की बधाई दी. उक्त अवसर पर पहलवान राजबहादुर डब्लू पहलवान, नितिन पहलवान, पहलवान प्रभु राज पांडे सहित अन्य उपस्थित थे.