रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए मंगलवार से प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत हो गयी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के रिम्स में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत करते हुए कहा कि युवाओं द्वारा प्लाज्मा डोनेट के लिए आगे आना गर्व की बात है और इस साहसिक कदम से युवाओं ने सामाजिक सद्भाव की भावना का परिचय दिया है. मुख्यमंत्री ने अपील की कि कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए मरीज, चाहे वे किसी भी वर्ग या समुदाय से हो, प्लाज्मा डोनेट के लिए आगे आये. उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग जीतने में सभी एक-दूसरे का हाथ थाम कर आगे बढ़े, जल्द ही जीत मिलेगी.
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से लगातार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं से लोग घबराये नहीं, सरकार लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से सजग है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमण से निपटने के मामले में झारखंड का अलग स्थान है, कई बार कोरोना योद्धा संक्रमित होने के बावजूद पीछे नहीं हटे है, एक युवा पुलिस पदाधिकारी की कोरोना संक्रमण से मौत भी हो गयी, यह काफी दुःखद है, लेकिन इस संक्रमण के दौर में आक्रोशित होने की जरूरत नहीं है,बल्कि राज्य के जिम्मेवार नागरिक होने के नाते सभी सरकार का सहयोग करें. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत होगी,ताकि क्षेत्र के प्लाज्मा डोनेट करने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो.
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राज्य सरकार कोरोना संक्रमण काल में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इसीलिए आज रांची के रिम्स में प्लाजा थेरेपी की शुरुआत की गयी है, जल्द ही अन्य जिलों में भी इसकी शुरुआत होगी.
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, रिम्स की निदेशक समेत कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.