रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्थानीय प्रशासन ने बढ़ते कोरोना प्रसार को देखते हुए तीन राज्यों के साथ लगती राज्य की सीमाओं को सील करने का फैसला लिया है. सीमाओं को सील करने के साथ ही बैरियर लगाकर पुलिसकर्मियों को तैनात करने से सीमावर्ती गांवों में रहने वालों के जनजीवन पर भी असर पड़ा है. बॉक्साइट के अंतर प्रांतीय परिवहन पर भी रोक लगाई गई है.
उत्तरी छत्तीसगढ़ में अनलॉक के दौरान बरती गई लापरवाही से सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले में फिर से लॉकडाउन प्रभावशील हो गया है. सीमा से लगे झारखंड, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा को भी सील कर दिया गया है. बलरामपुर जिले के सामरी क्षेत्र में हिंडालको की संचालित खदानों से बॉक्साइट का परिवहन झारखंड के गढ़वा से होकर मेराल तक होता है.
वाड्रफनगर नगर पंचायत में लॉकडाउन से उत्तरप्रदेश से वाहनों का आवागमन संभव नहीं है. बलरामपुर के जिलाधिकारी श्याम धावड़े ने बताया कि झारखंड से जुड़ी रामानुजगंज नगर पंचायत की सीमा पहले ही सील की जा चुकी है. सूरजपुर के कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश से जुड़े ओड़गी ब्लॉक के नवटोला को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के साथ सीमा को सील कर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जा रहा है.
सरगुजा के साथ बलरामपुर में भी पूर्ण लॉकडाउन
सरगुजा के साथ बलरामपुर में पूर्ण लॉकडाउन शुरू हो चुका है. सोमवार रात 12 बजे से सूरजपुर जिले के सभी नगरीय निकाय सूरजपुर, बिश्रामपुर, जरही, भटगांव, प्रतापपुर की सीमाएं सील की जा चुकी हैं. बलरामपुर जिले की सीमाएं झारखंड व उत्तरप्रदेश से जुड़ती हैं. रामानुजगंज नगर पंचायत की सीमा पहले से सील है. उत्तरप्रदेश की सीमा से आने वाले वाहनों को भी वाड्रफनगर में प्रवेश नहीं मिलेगा.
सूरजपुर जिले के बिहारपुर से लगे नवाटोला में कोरोना संक्रमित की मौत के बाद इसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. नवाटोला से ही मध्यप्रदेश की सीमा जुड़ती हैं. छत्तीसगढ़ से लगे झारखंड, उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश के सीमावर्ती गांव से रोज लोगों का आना-जाना होता था.