रांची: जैविक खेती के साथ इसमें आधुनिक तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल देखना हो तो रांची का चुटू गांव आएं. यहां एक किसान ने अपने विवेक और दूरदर्शिता के बल पर अपना भाग्य लिखा है.
चुटू गांव के किसान दीपक महतो करीब दस वर्षों से खेती कर रहे हैं, लेकिन पिछले चार वर्षों के उनके प्रयास ने उनकी काया ही पलट कर रख दी है.
एक ओर वे अपनी फसलों के लिए जैविक खाद खुद तैयार करते हैं, दूसरी ओर कीट-पतंगों से फसलों को सुरक्षा के लिए उन्होंने अपने खेतों मे सौर उर्जा आधारित विशेष प्रणाली लगा रखी है, जो रात के अंधेरे में कीटों पर वार करता है.
कृषि को व्यावसायिक रूप देने के बाद दीपक के जीवन में बड़ा बदलाव आया है. अब जहां पूरा परिवार सुखी और खुश है, वहीं भावी पीढ़ी ने भी इस परंपरा को को आगे बढ़ाने की ठान ली है.
ऐसा देखा जा रहा है कि हाल के वर्षों में राज्य के किसान परंपरागत विधि को छोड़कर कृषि क्षेत्र में कुछ न कुछ नया प्रयोग करते रहते हैं. इसमें रसायन का प्रयोग कम होने और तकनीक के इस्तेमाल ने झारखंड मे कृषि के भावी सुखद भविष्य की रुपरेखा तैयार कर दी है.