रांची: सेवा भारती ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को स्मार्ट मोबाइल देगा. सेवा भारती के प्रबंध टोली की बैठक में यह निर्णय हुआ. प्रांतीय सह सचिव ऋषि पाडेय ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण काल में शिक्षा का माध्यम ऑनलाईन हो गया है.
यह अनलॉक के बाद भी 50 प्रतिशत शिक्षा का माध्यम इंटरनेट रहने वाला है. ऐसे में ग्रामीण गरीब छात्रों को लिए सेवा भारती समाज के शिक्षाविद, बुद्धिजीवी वर्ग लोगों से अपने चालू हालत में पुराना अतिरिक्त स्मार्ट मोबाइल प्रदान करने के लिए अपील करता है, जिसे ग्रामीण छात्रों को उपलब्ध कराया जायेगा.
राष्ट्रीय सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि आज निजी विद्यालय हो या सरकारी विद्यालय, दोनों शिक्षा संस्थानें विद्यार्थियों को ऑनलाईन पढ़ाई करा रहे है.
ऐसे में शहरी बच्चे तो लाभान्वित हो रहे हैं, परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति पहले भी दयनीय थी, आज कोरोना महामारी के कारण और बदतर हो गई है.
वर्तमान में गांव के सरकारी विद्यालयों द्वारा भी ऑनलाइन शिक्षा का प्रबंधन किया गया है. हालांकि कुछ ग्रामीण विद्यार्थियों के पास स्मार्ट मोबाइल नहीं रहने का कारण गरीब ये शिक्षा से से वंचित रह रहे हें. ये बच्चे पहले से ही पिछड़े हुए हैं. अब और पिछड़ते जाएंगे.
सेवा भारती द्वारा ऐसी परिस्थितियों में अनगड़ा प्रखंड के गांव-गांव से संपर्क और सर्वे और अध्ययन करने के बाद ध्यान में आया कि ग्रामीण विद्यार्थियों को स्मार्ट मोबाइल का सहयोग ही जाता तो ये गरीब बच्चे ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ सकेंगे.