50 हजार कारीगर कार्ड और बांस के उपकरण होंगे वितरित
रांची: उद्योग सचिव के रविकुमार ने कहा है क झारखंड सरकार 18 और 19 सितंबर को दुमका में बांस कारिगर मेला अयोजित करेगी. कारिगर मेले में जनजातीय युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर भी मुहैया कराये जायेंगे.
बुधवार को सूचना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने कहा कि झारखण्ड राज्य बांस मिशन के तहत स्थानीय कला को आधुनिक तकनीक के साथ विकसित किया जायेगा. राज्य के लोगों की अय को दोगुना करने के साथ जनजातीय अबादी के लिए आजीविका भी उत्पन्न होगी.
मुख्यमंत्री लघु अर कुटीर उद्योग विकास बोडर् के अंतर्गत राष्ट्रीय बांस दिवस के मौके पर यह मेला लगाया जा रहा है. मेले में स्वीडन की कंपनी अइकिया, दुबई, नार्वे, आबू धाबी और यूरोप की कंपनियां भी शिरकत करेंगी. दो दिवसीय मेले में झारखंड के बांस से संबंधित स्थानीय उत्पादों के विकास के लिए स्थानीय कारीगरों की पारंपरिक शिल्प कौशल को बढ़ावा भी मिलेगा.
उद्योग विभाग और मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्योग विकास बोर्ड ई मार्केट प्लेस, ई-कामर्स, डिजीटल मार्केटिंग के लिए युवाओं और कारिगरों को प्रशिक्षित भी करेगी. शार्क देशों की कंपनियां और खरीददार भी मेले में जुटेंगे. मेले के दौरान पारंपरिक और आधुनिक शिल्प कौशल के सर्वश्रेष्ठ बांस कारीगरों को सुविधाएं भी दी जायेंगी.
पहले तीन कारीगरों को नगद पुरस्कार भी दिया जायेगा. मेले में 50 हजार कारीगर कार्ड वितरित किये जायेंगे. 27 सौ से अधिक चुनिंदा कारीगरों को बांस के उपकरण प्रदान किये जायेंगे. कारीगरों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बैंकर और माइक्रो फायनांस कंपनियों को भी बुलाया जायेगा.