रीवा: महिलाओं के लिए रीवा पुलिस का चेहरा मददगार का है, लेकिन कुछ घटना पिछले दिनों ऐसी भी हुई हैं, जिनमें पुलिस की बदनामी भी हुई. दहला देने वाली घटना के बाद पुलिस में सुधार व महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर तेजी से कार्रवाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन मदद, सहूलियत, सुरक्षा के दावे जमीन पर नजर नहीं आते. पिछले दिनों घटनाएं ऐसी हुईं जिनमें पुलिस मित्र नजर नहीं आई.
पनवार थाना क्षेत्र में बलात्कार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. यहां तक की पुलिस भी मुकदमा लिखने में कन्नी काटने में लग गयी हैं. ऐसा ही एक मामला तराई अंचल के पनवार थाना क्षेत्र के कुंडलीपुर्वा का प्रकाश में आया है, जहां गांव के ही तीन दबंग युवकों ने युवती से बलात्कार किया.
वहीं घटना के बाद से पीड़िता का परिवार रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये लगातार पुलिस के चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसकी एफआईआर तक नहीं लिखी गयी, जिसपर पीड़िता ने आज मीडिया के माध्यम से एसपी से न्याय की गुहार लगाई है.
परिजनों का आरोप है कि आरोपी के खिलाफ पनवार थाना में तहरीर दी गयी थी, लेकिन अभी तक मुक़दमा दर्ज नहीं हुआ है और 13 दिन से लगातार पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है.
पीड़िता का कहना है कि बीती 17 जुलाई की रात को मेरे घर मे मेरे मां बाप मजदूरी करने मेरी मौसी के गांव मौहरिया धान के खेत मे रोपा लगाने गए थे. रात्रि के लगभग 10 बज रहे थे रात्रि में बिजली कटी हुई थी.
गर्मी की भीषण उमस के कारण गेट का दरवाजा खोलकर हम अपने दो छोटे भाइयों के साथ सो रही थी तभी गांव के रिंकू द्विवेदी, संतू रावत व कामता मिश्रा आये और पूंछे की मम्मी पापा कहां है तो मैंने कहा बुआ के यहां गए थे तब ये तीनो वापस लौट गए और हम सो गए.
करीबन 1 घण्टे बाद तीनों वापस आये और घर मे घुसकर सबसे पहले मेरा मुंह दबाकर एक व्यक्ति दरवाजे पड़ खड़ा होकर मेरे साथ गलत कृत्य किये.आसपास के सब लोग सो रहे थे और मेरी हालत तबियत काफी खराब हो गयी.
मैं कुछ बोल पा नहीं रही थी सुबह जब मेरी चाची उठी तो वो पूंछी तो मैं सच सच पूरी बात बता दी, जिसके बाद मेरे माता पिता बुआ के घर से वापस घर आये, तब हम लोग पनवार थाने जाकर सूचना दी तो पुलिस द्वारा सादे कागज में सूचना लिख ली गयी, पावती भी नहीं दी गयी और बोले कि जाओ रीवा में रिपोर्ट लिखाओ.
पीड़िता के पिता का कहना है कि वो लोग पनवार थाने के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक ना ही पुलिस ने कोई कार्यवाही की और ना ही मुकदमा दर्ज किया है.
आरोपी रिंकू द्विवेदी, संतू रावत व कामता मिश्रा खुलेआम टहल रहा है, लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न होना आरोपियों के हौसले को और बुलंद करता है. ऐसे में नवागत पुलिस अधीक्षक का ध्यानाकृष्ट कराया गया है ताकि पीडित परिवार को न्याय मिल सके.