रांची: पीएसीएल के एजेंटों द्वारा लाखों रूपये की ठगी करने वाले को आज तक पुलिस नहीं ढूंढ पायी. इस मामले पर काफी मशक्कत के बाद लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. प्राथमिकी दर्ज हुए एक माह से अधिक हो गया पर अभी तक ठग उदय प्रसाद की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ठग की गिरफ्तारी न होना कहीं न कहीं पुलिस की संलिप्तता को भी दर्शाता है. न्याय की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय व लालपुर थाना के चक्कर लगाते-लगाते थक चुका है पर अभी तक अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस बारे में झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य रह चुके डाॅ मनोज कुमार ने कई बार थाने में गिरफ्तारी के लिए अर्जी दी पर कुछ नहीं हुआ.
घटना के छह माह बाद हुई प्राथमिकीः
ठगी करने वाले व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर एसएसपी कार्यालय को 13 जनवरी 2020 को आवेदन दिया गया था. इसके बावजूद छह माह बीत जाने के बाद 28 जून 2020 को प्राथमिकी दर्ज की गयी.
ऐसे पकड़ में आया मामलाः
पीएसीएल कंपनी में रूपये दोगुना करने व ब्याज अधिक देने के नाम पर एक साजिश के तहत दर्जनों लोगों से लाखों रूपये ले लिये. इसकी जानकारी तब मिली जब मैच्यूरिटी तिथि बीत जाने के बाद भी हमलोगों का रूपये नहीं लौटायी गये. जब इनसे पैसे मांगे गये तो उसने पैसे देने से साफ इन्कार कर दिया. तब इस मामले पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. डाॅ मनोज कुमार ने इस बात की लिखित जानकारी वरीय आरक्षी अधीक्षक को दी.