चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती बसंती ग्लाडिस बाड़ा के द्वारा जानकारी दी गई कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत सेविका-सहायिका एवं सहिया के द्वारा अपने-अपने पोषित क्षेत्र में आपसी समन्वय स्थापित करते हुए विश्व स्तनपान सप्ताह 2020 का पूरी सतर्कता के साथ स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तय गाइड लाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का अनुपालन करते हुए ग्राम स्तर पर आयोजित किया गया.
इसी अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में प्रारंभ स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम के तहत निर्धारित गतिविधियों के संचालन के क्रम में विशेषकर गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषण से ग्रसित बच्चों का स्वास्थ्य जांच तथा उनका विशेष ख्याल रखने के उद्देश्य से उनके परिवार के सदस्यों को आवश्यक परामर्श दिया गया तथा साथ ही निरीक्षण के दौरान बच्चों के बाजू नाप हेतु तय मानक से कम अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को कुपोषण उपचार केंद्र रेफर करने का कार्य भी किया गया है.
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जिले में समाज कल्याण कार्यालय द्वारा आयोजित विश्व स्तनपान सप्ताह के निर्धारित गतिविधियों के प्रथम दिन ’नवजात शिशुओं के देखभाल’ पर कुल 1,593 घरों का भ्रमण कर कुल 2,633 परिवार के सदस्य, दूसरे दिन की गतिविधि के तहत ’6 माह तक के बच्चों की देखभाल’ पर 1,936 गृह भ्रमण के द्वारा 3,404 परिवार के सदस्य, तीसरे दिन की गतिविधि के दौरान ’06 माह से 24 माह तक के बच्चों की देखभाल’ पर 1,281 गृह भ्रमण के द्वारा 1,795 परिवार के सदस्य, चौथे दिन की गतिविधि के तहत ’गर्भावस्था में देखभाल’ के दौरान 1,910 गृह भ्रमण के दौरान 2,865 परिवार के सदस्य, पांचवें दिन कि गतिविधि के दौरान जिले में संचालित 5 कुपोषण उपचार केंद्र में इलाजरत अति गंभीर कुपोषित बच्चों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मातृत्व कक्ष में भर्ती धात्री माताओं एवं उनके देखभाल करनेवाले सहित परिवार के सदस्य तथा छठे दिन सभी 2,330 आंगनवाड़ी केंद्रों में सेविका, सहिया तथा महिला पर्यवेक्षक के द्वारा स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को बैठक के माध्यम से ’गर्भवती महिला एवं शिशु की देखभाल’ से संबंधित आवश्यक परामर्श दिया गया है तथा इस स्तनपान सप्ताह में परिवार के सदस्यों के रूप में अधिक से अधिक पुरुष सदस्यों को भी शामिल करते हुए परामर्श दिया गया है.