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विस्थापित गांव में की विकास की मांग
चतरा: चतरा जिले के टंडवा प्रखंड में संचालित सीसीएल की आम्रपाली कोल परियोजना में प्रबंधन के विरुद्ध अब रैयतों ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है. रैयत अब अपने अधिकारों को लेकर न सिर्फ मुखर हो चुके हैं, बल्कि सीसीएल प्रबंधन से आरपार के मूड में भी हैं.
रैयतों ने मशीन के बजाय मजदूरों से वाहनों में लोडिंग, जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व सीएसआर नीति के तहत विस्थापित गांवों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की मांग को लेकर आंदोलित रैयतों ने आम्रपाली कोल परियोजना में जमकर हंगामा किया.
इस दौरान रैयतों ने मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में परियोजना से कोयले का उत्पादन, लोडिंग और डिस्पैच का काम पूरी तरह ठप करा दिया.
मौके पर रैयतों ने कहा है कि अब सीसीएल प्रबंधन के चिकनी चुपड़ी बातों में वे नहीं आएंगे. जिस तरह सीसीएल प्रबंधन ने उनकी भूमि का अधिग्रहण किया है.
उसी तरह नियम और शर्तों के मुताबिक परियोजना में जमीन देने वाले सभी भूमि मालिकों को नौकरी व मुआवजा देने पर भी प्रबंधन अब गंभीरता से विचार करे.
अन्यथा अब अपने अधिकारों के लिए अब रैयत खुलकर आंदोलन के मूड में आ चुके हैं. जबतक रैयतों की मांगे पूरी नहीं होंगी तबतक आंदोलन जारी रहेगा.
किसी भी परिस्थिति में परियोजना से कोयले का लोडिंग और डिस्पैच नहीं होने देंगे. मौके पर रैयतों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए रैली भी निकाला. रैयतों ने वादों को पूरा करने के बजाय सीसीएल पर ठगी का आरोप लगाया है.