रवि,
रांची: अपने थाने के जवानों को लेकर अपने पैतृक गांव जाने और विवादों में चल रहे 2012 बैच के दारोगा मुकेश कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि जब वह बड़कागांव के थाना प्रभारी थे तब थाना के कई जवानों को भागलपुर स्थित अपने पैतृक गांव ले गए थे और वहां अपने रिश्तेदार को धमकाया था.
उनके रिश्तेदारों ने उस समय इसकी लिखित शिकायत की थी. आरोपों की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को हजारीबाग के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने दारोगा को बर्खास्त कर दिया.
यह बर्खास्तगी हजारीबाग के एसपी एस कार्तिक की अनुशंसा में की गई. दारोगा मुकेश कुमार पर आरोप है कि बड़कागांव के थाना प्रभारी रहते हुए वे थाना के 12 पुलिसकर्मियों को स्कॉर्पियो और बोलेरो से लेकर भागलपुर चले गए थे. वहां उन्होंने अपने पैतृक गांव मिर्जापुर में रहने वाले रिश्तेदार धीरेंद्र कुमार यादव और उनके परिवार वालों को धमकाया था.
पुलिस कर्मियों को दूसरे राज्य में ले जाने की जानकारी सीनियर अधिकारियों को नहीं दी ग. इस मामले की जांच बरही के एसडीपीओ ने की. जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद उन्होंने एसपी को रिपोर्ट सौंप दी. एसपी ने अपने मंतव्य के साथ मामला डीआईजी के पास भेजा था. डीआईजी ने दारोगा से अंतिम बचाओ स्पष्टीकरण मांगा. दारोगा का जवाब संतोषप्रद नहीं था और उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.