रांची :सीसीएल द्वारा खनन के लिए जमीन लेने के बाद विस्थापितों को नौकरी दी जाती है. इस क्रम में मगध और आम्रपाली परियोजना में अब तक 400 से अधिक विस्थापितों को सीसीएल में स्थायी नौकरी दी जा चुकी है.
सीसीएल के मुताबिक अब तक मगध परियोजना में 325 एवं आम्रपाली परियोजना में 77 विस्थापितों को भूमि के बदले स्थायी नौकरी प्रदान की जा चुकी है. इसके अलावा सीसीएल प्रबंधन की अनुशंसा के आधार पर आउटसोर्सिंंग कंपनियां में 11 सौ से अधिक प्रभावित एवं विस्थापित रैयतों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है.
मगध परियोजना में 418 एवं आम्रपाली परियोजना में 700 प्रभावित एवं विस्थापित रैयतों को उनकी दक्षता (कुशल व अकुशल) के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया है. उत्पादन एवं प्रेषण कार्यों में भी रोजगार के अन्य अवसर का सृजन हो रहे हैं, जिससे स्थानीय ग्रामीण अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रहे हैं.
प्रबंधन के मुताबिक प्रति दो एकड़ जमीन पर एक विस्थापितों को नौकरी दिये जाने का प्रावधान है. सभी तरह के कागजात ठीक रहने पर दो महीने के भीतर नौकरी दे दी जाती है. कई बार नौकरी देने में देर होने की वजह कागजातों की कमी होती है.