दिल्ली: कांग्रेस में सोनिया गांधी का अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल पूरा हो चुका है और पार्टी अब नए सिरे से अध्यक्ष चुनने के लिए तैयार है. इसी दिशा में सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक भी होनी है.
हालांकि बैठक से पहले कांग्रेस के कई नेता और पूर्व मंत्रियों समेत 23 लोगों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में कई बदलाव करने की मांग की है और साथ ही अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने के लिए भी कहा है.
अब कुछ न्यूज चैनल के हवाले कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी ने इस पत्र का संज्ञान लिया है और उसपर अपनी बात रखी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नेताओं के एक समूह द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि उन सभी को एक साथ मिलकर एक नया प्रमुख खोजना चाहिए क्योंकि वह जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करना चाहती हैं.
बताे दें कि कांग्रेस में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव को लेकर तेज हो रही बहस के बीच सोनिया गांधी ने कांग्रेस के अंतरिक अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक इससे पहले पार्टी नेताओं ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया जाहिर की थी.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जहां सोनिया गांधी पर ऐतबार किया था, वहीं सलमान खुर्शीद का कहना था कि राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ‘पूर्ण समर्थन’ हासिल है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन पर अध्यक्ष का ठप्पा है या नहीं.
अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व को चुनौती देने के कुछ पार्टी नेताओं के प्रयास का विरोध किया. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी जब तक चाहें उन्हें अध्यक्ष बने रहना चाहिए, उनके बाद राहुल गांधी को कमान संभालनी चाहिए, जो पूरी तरह सक्षम हैं.
सलमान खुर्शीद ने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ‘पूर्ण समर्थन’, फर्क नहीं पड़ता कि उन पर अध्यक्ष का ठप्पा है या नहीं. उन्होंने कहा कि आंतरिक चुनावों की जगह कांग्रेस को एक बार सर्वसम्मति को मौका देना चाहिए.