नयी दिल्ली: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश में सार्वजनिक परिवहन का आधुनिकीकरण करने का सोमवार को आह्वान किया. उन्होंने जैव ईंधन, सीएनजी और बिजली अपनाने पर जोर दिया.
चौथे यूआईटीपी इंडिया बस सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अधिकांश राज्य सड़क परिवहन उपक्रम (एसआरटीयू) पारंपरिक ईंधन पर भारी खर्च करते हैं जो बहुत महंगे हैं. उन्होंने जैव ईंधन, सीएनजी और विद्युत को परिवहन ईंधन के रूप में आगे बढ़ाने का आह्वान किया.
गडकरी ने कहा कि इससे न केवल ईंधन के बिल में बचत होगी बल्कि प्रदूषण में कमी में योगदान मिलेगा. वर्तमान में देश कच्चे तेल के आयात पर भारी मात्रा में खर्च कर रहा है, जिसे कम करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि नागपुर ने 45० बसों को जैव ईंधन चालित बस में परिवर्तित करना शुरू कर दिया है.
अब तक 9० बसों को इस तरह बदला जा चुका है. उन्होंने कहा कि सीवेज के पानी से सीएनजी का उत्पादन करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने राज्य परिवहन निगमों से घाटे को कम करने के लिए इस मॉडल को अपनाने का आग्रह किया.
गडकरी ने भविष्य में धान के पुआल/पराली जैसे सीएनजी के अन्य स्रोतों को अपनाने का संकेत दिया, जिनसे किसानों, परिवहन, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को अनेक फायदे होंगे.