भोपालः मध्य प्रदेश में सियासी जोड़तोड़ की बदौलत शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री तो बन गए हैं, लेकिन इस बार की सियासी पारी उनके लिए पहले जैसी आसान नहीं है, उनके सितारे कहते हैं कि वर्ष 2020 और 2021 में तो सियासी हालात ऐसे ही बने रहेंगे, किन्तु मार्च 2022 से उनके सितारे बदलेंगे और वे बेहतर स्थिति में होंगे, अलबत्ता विधानसभा चुनाव वर्ष 2023 फिर से सियासी उलझने पैदा करेगा.
उनकी प्रचलित कुण्डली में गुरु वृश्चिक राशि में है, जो गुरु की मित्र राशि है. गुरु की दृष्टि ग्यारहवें, पहले और तीसरे पराक्रम भाव पर है. गुरु की महादशा में ही शिवराज सिंह चौहान का सियासी सितारा चमका था और वे मध्य प्रदेश में लंबे समय तक शिव-राज कायम करने में कामयाब रहे थे.
अभी, वे मुख्यमंत्री तो बन गए हैं, लेकिन सियासी संग्राम खत्म नहीं हुआ है. निकट भविष्य में होनेवाले विधानसभा उप-चुनाव में यदि जरूरी जीत हासिल नहीं होती है, तो एमपी की सियासी तस्वीर एक बार फिर बदल सकती है.
सितंबर- 2020 के आखिरी दिनों से वर्षफल की गुरु की दशा के कारण उनका बेहतर समय आ रहा है, लिहाजा यदि 28 सितम्बर से 15 नवम्बर 2020 के बीच उप-चुनाव हुए तो उनके सियासी लाभ की संभावना प्रबल रहेगी.