दिल्ली: इंग्लैंड के 38 साल के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने मंगलवार को पाकिस्तान के खिलाफ इतिहास रच दिया. एंडरसन ने टेस्ट सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में अपने टेस्ट करियर के 600 विकेट पूरे कर लिए. वह टेस्ट इतिहास में 600 विकेट पूरे करने वाले पहले तेज गेंदबाज बन गए. उनकी इस उपलब्धि पर विश्व के दिग्गज खिलाड़ी उन्हें बधाई दे रहे हैं. मगर इस जश्न के बीच एंडरसन और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड एक विवादों में घिर गया है.
दरअसल, जब जेम्स एंडरसन ने 600 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा किया, उसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से एक ग्राफिक्स जारी किया गया. ग्राफिक्स में कई देशों के झंडे थे, जिनपर एंडरसन खड़े नजर आए. इनमें भारतीय ध्वज तिरंगा भी शामिल था. अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर एंडरसन और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की जमकर आलोचना हो रही है. सोशल मीडिया पर चल रही बहस के अनुसार एंडरसन ने भारतीय ध्वज को अपमानित किया है, जिसके लिए उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए.
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कही यह बात
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और जिम्बाब्वे के कोच लालचंद राजपूत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि यह शर्मनाक है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. मुझे लगता है कि यह गलती से हुआ है, इसके पीछे कोई गलत इरादा नहीं था, लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को इसपर तुरंत माफी मांग लेनी चाहिए. भारतीयों में इसको लेकर नाराजगी है और कोई भी देश नहीं चाहेगा कि उसके ध्वज को ऐसे अपमानित किया जाए.
ट्विटर पर संजीव मुखर्जी नाम के एक यूजर ने लिखा कि इंग्लिश तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भले ही 600 टेस्ट विकेट हासिल करने का मुकाम हासिल किया हो, लेकिन इससे उन्हें भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर खड़े होने का अधिकार नहीं है. उन्हें इसके लिए बिना शर्त माफी की मांगनी चाहिए.