रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को जल्दबाजी में नहीं लिया जाना चाहिए.
सोरेन ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा की, और कहा कि NEET और JEE की परीक्षा होनी चाहिए, लेकिन जल्दबाजी की जा रही थी. झारखंड में बहुत कम केंद्र हैं. छात्रों को ठहराने के लिए होटल और बसों की जरूरत होगी. वर्तमान में यह पर्याप्त नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा के कारण, कोविड -19 रोगियों को प्राप्त करने की संभावना अधिक होगी. केंद्र को अधिक समय की सुविधा देनी चाहिए.
उन्होंने गांधी और गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि अगर कुछ भी गलत हुआ तो केंद्र फिर से सभी राज्यों को दोषी ठहराएगा. इन मुद्दों को संयुक्त रूप से उठाने की जरूरत है.