जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: गंगा-यमुना गुरुवार को शांत रहीं. गंगा-यमुना के जलस्तर बढ़ने की रफ्तार छतनाग और नैनी में 24 घंटे के दौरान सिर्फ 30- सेंटीमीटर ही रहा. वहीं फाफामऊ में यह बढ़ोतरी 24 घंटे में सिर्फ नौ सेन्टीमीटर रहा यमुना का जलस्तर करेलाबाग घाट तक पहुंच गया है.
दोनों नदियों में जल प्रवाह बढ़ने से मनकामेश्वर मंदिर और वोट क्लब की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है. बुधवार को रात आठ बजे से दोनों नदियां स्थिर हो गईं.
सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के इंजीनियरों के मुताबिक, नरौरा और कानपुर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन बुधवार को पानी छोड़ने की सूचना नहीं है. सुबह आठ बजे तक दोनों नदियों के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई दोपहर बारह बजे से रात आठ बजे तक गंगा में सिर्फ चार सेंटीमीटर और यमुना का जलस्तर स्थिर रहा. रात आठ बजे से दोनों नदियों का जलस्तर स्थिर हो गया.
बाढ़ कंट्रोल रूम की सूचना के मुताबिक रात आठ बजे फाफामऊ में गंगा 79.66-मीटर छतनाग में गंगा 78.4-मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 78.62-मीटर रहा.
बुधवार रात में दोनों नदियों का जलस्तर स्थिर रहा. यमुना के जलस्तर में तेजी से हुई वृद्धि का कारण मध्य प्रदेश में तेज बारिश रही. वहां बारिश का पानी केन और बेतवा नदी से यहां यमुना में पहुंच गया.
अब एमपी में बारिश थमी तो नदियों में पानी का प्रवाह कम हो गया. सिंचाई विभाग के अभियंता दिनेश त्रिपाठी के मुताबिक पीछे से आया पानी आगे निकल गया है. फिलहाल यमुना ही नहीं गंगा का भी जलस्तर स्थिर है.