जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: गंगा नदी पर बने शास्त्री पुल के डाउन लेन का 27 नंबर पिलर बुधवार की शाम अचानक धंस गया. पिलर का रोलर अपनी जगह से खिसक गया है, जिसकी वजह से पुल के दो खंभों को जोड़ने वाले हिस्से में भारी दरार हो गया है.
जब इस बात की जानकारी पीडब्ल्यूडी के अफसरों को हुई तो तत्काल प्रभावित लेन से आवागमन रोक दिया गया. पुल पर दारागंज की ओर बैरिकेटिंग कर भारी और अन्य चार पहिया वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई.
केवल दो पहिया वाहनों के आवाजाही की छूट दी गई थी वृहस्पतिवार को पीडब्लूडी के अफसरों की मौजूदगी में मरम्मत कार्य शुरू कराया जाएगा. दक्षिणी लेन में खराबी के कारण शाम को रह-रह कर जाम लगता रहा.
बुधवार की शाम दक्षिणी लेन के 27- वें पिलर में तकरीबन सवा इंच का गैप आ गया था. इस बात की जानकारी पीडब्लूडी के अफसरों को हुई तो हड़कंप मच गया. शाम को तकरीबन छह बजे विभाग के अफसरों ने कर्मचारियों के साथ खराबी की जांच की.
पता चला कि दक्षिणी लेन के 27-वें नंबर के पीलर का रोलर अपनी जगह से खिसक गया है पुल के दो खंभों को जोड़ने वाले पिलर के रोलर और बेयरिंग के बीच के हिस्से में बड़ी दरार आ गई है जिससे दो हिस्सों के बीच गैप आ गया.
पीडब्लूडी के कर्मचारियों ने बताया कि पुल के पिलर और स्लैब के बीच तकरीबन दो दर्जन बेयरिंग होती हैं. पुल पर दबाव बढ़ता है तो बेयरिंग अपनी जगह से नीचे खिसक जाती है.
खराबी के कारण पुल के प्रभावित लेन से चार पहिया और भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा केवल दो पहिया वाहन ही प्रभावित लेन से गुजारे जा सके. वृहस्पतिवार को प्रभावित लेन पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर मरम्मत कार्य किया जाएगा.
शास्त्री पुल की दक्षिणी लेन के 41-नंबर पिलर में 26-जून को भी दरार आई थी इसकी वजह से कई दिनों तक आवागमन बन्द था. तकरीबन बारह साल पहले शास्त्री पुल की डाउन लेन के एक हिस्से से खराबी की शुरुआत हुई थी, तब से अब तक आधा दर्जन से ज्यादा पिलर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.
21 नवंबर 2005 को पुल की दक्षिणी लेन का अंतिम हिस्सा धंस गया था, जिसके कारण मरम्मत के लिए तकरीबन एक सप्ताह तक ट्रैफिक रोकनी पड़ी थी. इसी के बाद फरवरी 2007 और मई 2008 दो पिलर के बीच की बेयरिंग खिसकने से भारी गैप आ गया था.