Ranchi: आगामी 1 – 6 सितंबर को होने वाली जे०इ०इ० एवं 13 सितंबर को होने वाली नीट परीक्षा के विरोध में आज झारखंड मुक्ति मोर्चा ने संवादाता सम्मेलन कर विरोध प्रकट किया साथ ही कहा कि अगर परीक्षा के दौरान कोई भी छात्र-छात्राएं अगर कोविद-19 से संक्रमित होते हैं जे.एम.एम तो देश के शिक्षा मंत्री पर एफ.आई.आर. दर्ज करेगा.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित कुमार ने कहा कि अभी तक 14 लाख छात्र – छात्राएं इन प्रवेश परीक्षा के प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुकें हैं.
अगर परीक्षा किसी भी कारण वश रद्द की जाती है तो यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा.
केंद्र ने उच्चतम न्यालय के गाइड लाईन के अनुसार इन प्रवेश परीक्षा को संचालित करने का निर्णय लिया है.
जिसमें सोशल डिस्टनसिंग का पालन एवं केंद्र की संख्या पहले की अपेक्षा बढ़ाने का प्रावधान है.
14 लाख में से 90 % छात्र – छात्राएं परीक्षा देने के लिए तैयार.
इसके साथ ही देश के 150 शिक्षाविदों ने देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिख कर परीक्षा तय समय पर संचालित करने का अनुरोध किया है साथ ही कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों के भविष्य के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं. पत्र में कहा गया है, सरकार ने जेईई (मुख्य) और नीट की तारीखों की घोषणा की है … परीक्षा आयोजित करने में किसी भी तरह की देरी से छात्रों का कीमती वर्ष बर्बाद हो जाएगा. हमारे युवाओं और छात्रों के सपनों और भविष्य के साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता है.
केंद्र ने पिछले बार से 150 केंद्र ज्यादा पर परीक्षा संचालित करने का निर्णय लिया है जहां सोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए परीक्षा आयोजित की जाएगी.
झारखंड की सरकार को चाहिए कि अपने राज्य में इन प्रवेश परीक्षाओं का सही ढंग से संचालित करवाएं.
परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को केंद्र तक सुरक्षित लाने के लिए परिवहन वयवस्था और रुकने के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए.
यदि राज्य सरकार इन छात्र – छत्राओं की व्यवस्था करने में अपने स्तर से विफल होती है तो ऐसी परिस्थिति में राज्य के मुखिया होने के नाते हेमन्त सोरेन जी एवं राज्य के शिक्षा मंत्री पर एफ.आई.आर. दर्ज होना चाहिये.