बोकारो: झारखंड में खेल और सामुदायिक विकास की प्रतिबद्धता दुहराते हुए वेदांता ग्रुप की कम्पनी इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स लिमिटेड (ईएसएल) ने हाल में मौजूदा तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र को अपग्रेड कर एक अत्याधुनिक वेदांता ईएसएल आर्चरी एकेडमी बनाने की योजना घोषित की है.
तीरंदाजी झारखंड राज्य के सबसे लोकप्रिय और पारंपरिक खेलों में एक है. इसके मद्देनजर ईएसएल का लक्ष्य अपने कार्यरत तीरंदाजी केंद्र को विकसित और अपग्रेड कर एक संपूर्ण प्रशिक्षण एकेडमी का रूप देना है जो स्थानीय युवा प्रतिभा की पहचान करेगा, उन्हें पोषण और प्रशिक्षण देगा.
ईएसएल पहले ही 5 साल की विलक्षण क्षमता की बच्ची यवना कुमारी की प्रतिभा निखारने में सहायक रही है. यवना ईएसएल के तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है. वह झारखंड के एक सुदूर गांव मूनीडीह की निवासी है और कई राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में भागीदारी और जीत दर्ज कर चुकी है. एकेडमी ने पहले बैच में लगभग 35 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया है और इसकी योजना ऐसी अन्य युवा प्रतिभाओं को सक्षम बनने और कौशल बढ़ाने में मदद करना है.
वेदांता ईएसएल आर्चरी एकेडमी के बारे में ईएसएल के सीईओ पंकज मल्हान ने कहा कि राज्य और देश के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की अगली पीढ़ी तैयार करने के लक्ष्य से सर्वश्रेष्ठ खेल सुविधाएं स्थापित करना चाहते थे. इस दूरदृष्टि के साथ हम ने खेल जगत के विशेषज्ञों को हमारे प्रयास में शामिल किया है. हमारी योजना सर्व सुविधा सम्पन्न एकेडमी बनाने की है जिसमें पेशाकुशल प्रशिक्षक के साथ-साथ विद्यार्थियों के आवास और भोजन की सुविधा भी होगी. हम एकेडमी के सभी प्रशिक्षुओं को सही पोषण, चिकित्सा सहायता और तीरंदाजी का पूरा किट भी प्रदान करेंगे.