नई दिल्ली: एथलेटिक्स के जाने माने कोच पुरुषोत्तम राय का 79 साल की उम्र में हार्ट अटैक की वजह से बैंगलोर में निधन हो गया. पुरुषोत्तम दक्षिण भारत के अश्विनी नाचाप्पा, रोजा कुट्टी समेत कई एथलीटों के कोच रहे हैं.
उनकी कोचिंग में कई एथलीटों ने देश के लिए एशियाई खेल समेत कई इवेंट्स में पदक जीते हैं. शनिवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2020 के वर्चुअल समारोह में उन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलने वाला था.
इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह एक ऑनलाइन इवेंट है. उन्होंने इस समारोह के रिहर्सल में भी हिस्सा लिया था. सालों से द्रोणाचार्य अवार्ड न मिलने के बाद इस साल उन्होंने खुद को इस अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया था. भारतीय एथलेटिक्स संघ ने खबर की पुष्टि करते हुए दुख व्यक्त किया है.
खेल मंत्री ने जताया शोक
एथलेटिक्स कोच पुरूषोत्तम राय के निधन पर खेल मंत्री ने शोक जताया है. किरेन रीजीजू ने ट्वीट किया,‘ भारत ने शुक्रवार को अनुभवी एथलेटिक्स कोच पुरूषोत्तम राय को खो दिया. उन्हें आज राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के वर्चुअल समारोह में द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार दिया जाना था. उनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा.’
एथलेटिक्स फेडरेशन ने कोच राय की मौत पर दुख जताया
एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने कोच पुरुषोत्तम राय के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरा एसोसिएशन दुखी है. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी एथलेटिक्स को दे दी थी. हम उनके परिवार के प्रति संवेदना जताते हैं.
कोच पुरुषोत्तम राय की मौत से दुखी: अंजू बॉबी जॉर्ज
पूर्व लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज भी उनकी मौत से दुखी हैं. जॉर्ज ने कहा कि वे अच्छे कोच थे. उनकी निगरानी में कई ओलिंपियन तैयार हुए. द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलने से एक दिन पहले उनका गुजर जाना, वाकई तकलीफ पहुंचाने वाला है.
राय ने 1987 की वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, 1988 की एशियन ट्रैक एंड फील्ड चैम्पियनशिप और 1999 के सैफ गेम्स के लिए भारतीय एथलेटिक्स टीम तैयार की थी.