रांची. भारत में 1885 में कांग्रेस की स्थापना के बाद देश में आजादी की लड़ाई और नवनिर्माण में पार्टी की भूमिका एवं कार्यां को दर्शाने के लिए शुरू ‘धरोहर’ श्रृंखला के तहत आज वीडियो की पांचवीं कड़ी जारी की गयी.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी धरोहर श्रृंखला की पांचवीं कड़ी में दिखाये गये कार्या का जिक्र करते हुए कहा है कि वर्ष 1899 में आए देशव्यापी अकाल से उत्पन्न हर चुनौती के खिलाफ कांग्रेस डट कर खड़ी हुई, स्वदेशी को बढ़ावा और रोजगार जैसे प्रस्तावों के जरिए कई सुधारों की नींव रखी ताकि आने वाले हर संकट से भारत सुरक्षित रह सके. उन्होंने बताया कि 1898 से 1903 के अधिवेशनों में कांग्रेस ने मजदूरों से लेकर अकाल और खेती से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता दी. 1898 के कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए आनंद मोहन बोस ने आजादी के आंदोलन में उत्साह भरते हुए कहा था कि लोगों ने अपने लिए देश के लाखों लोगों के लिए सोचने का साहस किया है और इसके लिए तो सरकार के नाराजगी झेलने के लिए भी तैयार हैं. 1899 के अकाल के चलते भुखमरी और बीमारी से लाखों लोग और.अनगिनत मवेशी मारे गए.1899 में अकाल का मुकाबला कांग्रेस पार्टी ने किया था ,वह सिलसिला कोरोना संक्रमण काल में भी झारखण्ड की सरकार ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में प्रभारी आरपीएनसिंह के मार्गदर्शन में राज्य की जनता के साथ खड़ी रही. संकट के दौर में अंग्रेज सरकार भी भारतीयों के प्रति उदासीन थी, उस दौर में अंग्रेजों ने भी कांग्रेस की चिंताओं और आवाजों को नजरअंदाज करने की भूल की थी. डा उराँव ने कहा दिनशो वाचा की अध्यक्षता में 1901 के अधिवेशन में कांग्रेस ने गरीब वर्ग के परेशानियों पर ध्यान केंद्रित किया. कांग्रेस ने अपने प्रस्ताव में कृषि बैंकों के साथ-साथ स्वदेशी कला और विनिर्माण के पुनरुद्धार और विकास की आवश्यकताओं पर जोर दिया और साथ ही कांग्रेस ने देश का पैसा बाहर ना जाने देने की भी वकालत की और नए उद्योगों के विकास और सार्वजनिक क्षेत्र में भारतीयों के लिए व्यापक रोजगार का भी आग्रह किया. लाल मोहन बोस की अध्यक्षता में 1903 के अधिवेशन में कांग्रेस ने राजस्व की कमी के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और भारत में ब्रिटिश सेना की मौजूदगी के चलते भारत के लाखों रुपए और संसाधनों की बर्बादी पर सवाल खड़े किए . नागरिक किसी भी देश की मूल्यवान धरोहर होती है. अपने देश और देशवासियों के अधिकारियों के लिए लड़ जाने का भाव भी आपको धरोहर के रूप में जिंदा रखता है ,उस दौर में अंग्रेजों की आपदा में भ्रष्टाचार और अवसरवादी मानसिकता के खिलाफ खड़ी होने वाले कांग्रेस वर्तमान संकट में भी इसी मानसिकता के खिलाफ खड़ी होने वाली है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी देश के लिए देश की बेहतरी के लिए.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ,लाल किशोर नाथ शाहदेव और डा राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने स्थापना काल में ही जनहित के जिन उद्देश्यों को लेकर काम शुरू किया गया था, वह जिम्मेवारी 2020 में वैश्विक कोरोना संक्रमणकाल में भी देखने को मिला. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं ने कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन में भी हर जरुरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाने का प्रयास किया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में राज्य में भी यह सिलसिला अब भी निरंतर जारी है.दुनिया की सबसे बड़ी महामारी में झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएनसिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष डा रामेश्वर उराँव के नेतृत्व में पूरे राज्य में गरीबों को भोजन,राशन उपलब्ध कराया गया और एक भी दिन बिना आराम किए सेवा का यह काम निरंतर जारी है.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी सोशल मीडिया कोर्डिनेटर गजेन्द्र प्रसाद सिंह के सहयोग से आज पांचवी धरोहर वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा रामेश्वर उराँव, विधायक दल नेता आलमगीर आलम ,मंत्री बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख सहित कांग्रेस के सभी विधायकों ,जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, प्रमुख पदाधिकारियों, मोर्चा संगठन एवं विभागों के प्रमुखों ने वीडियो पोस्ट कर कांग्रेस के योगदान को आम जनों के बीच रखने का काम किया.