रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने मुहर्रम के अवसर पर यह कहा कि मुसलमानों के लिए यह महीना सबसे पवित्र माना जाता है.
मुस्लिम समुदाय के लिए यह महीना बेहद ही पाक होता है. इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना का 10वां दिन सबसे खास होता है, जिसे रोज-ए-अशुरा कहते है. इस दिन को मुस्लिम समुदाय मोहम्मद हुसैन के नाती हुसैन की शहादत के तौर पर मनाते हैं.
पैगंबर ए आजम हजरत मोहम्मद के प्यारे नवासे इमाम हुसैन व उनके साथियों की अजीम कुर्बानी की याद में मनाया जाता है. डॉ. उरांव ने मुस्लम समाज से सादगी के साथ घरों में रहकर ही त्योहार मनाने का अनुरोध किया है और कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए दुआ करने की भी अपील की है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि मुहर्रम इस्लामी वर्ष यानी हिजरी वर्ष का पहला महीना है, तो काफी पवित्र माना गया है.
दूबे ने मुहर्रम के पावन महीने की मुस्लिम समुदाय को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी है. आलोक दूबे ने कहा कि अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद ने इस माह को अल्लाह का महीना कहा है. आज के दिन भी विश्व इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
हर्रम के दिन ताजिया निकालने की भी परंपरा है, जिसमें कई झांकियां भी शामिल हुआ करती है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से उल्लासपूर्णक त्योहार मनाना संभव नहीं होगा.
मुंहर्रम का आज का दिन सबसे अहम माना गया है, इस्लाम धर्म के नये साल की शुरुआत इसी महीने से होती है. मुहर्रम को अधर्म पर धर्म की जीत का भी प्रतीक माना गया है. उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन की शहाद मानव जाति के लिए भाईचारगी का संदेश देता है.